दसवीं, बारहवीं की परीक्षा में केंद्र स्कूल के शिक्षक पर्यवेक्षक!
क्रीडा सुविधा के अंक दिये जायेंगे
* शिक्षा विभाग ने लिया निर्णय
अमरावती/ दि.24 – कोरोना संक्रमण की वजह से शिक्षा विभाग ने कक्षा दसवीं, बारहवीं की परीक्षा के लिए जहां स्कूल वहीं केंद्र संकल्पना निश्चित की गई है. इसके कारण पर्यवेक्षक की कमी महसूस होगी. इसके पर्याय के रुप में शिक्षा मंडल ने पर्यवेक्षक के रुप में उस स्कूल के शिक्षक की नियुक्ति की जाएगी. इसी तरह सातवीं, आठवीं, नौवीं, दसवीं क्रीडा स्पर्धा में भाग लेने के आधार पर क्रीडा सुविधा के अंक दिये जाएंगे, ऐसा निर्णय शिक्षा विभाग ने लिया है.
प्रचलित पध्दति के अनुसार बारहवीं की परीक्षा शिक्षा मंडल व्दारा 20 फरवरी के बीच व दसवीं की परीक्षा 1 मार्च के दरमियान शुरु की जाती थी. मगर इस वर्ष कोरोना के कारण दोनों परीक्षा दो सप्ताह के लिए आगे बढाई गई है. बारहवीं की लिखित परीक्षा 15 मार्च से 4 अप्रैल के बीच होगी. इस वर्ष ऑनलाइन ऑफलाइन के दिक्कत के कारण विद्यार्थी परेशान थे. इसका विपरित परिणाम विद्यार्थियों की पढाई पर न हो, इसके लिए अलग अलग उपाय किये जा रहे है. विद्यार्थियों की लिखने की गति कम होने के कारण परीक्षा के 70 से 100 अंक पेपर के लिए 30 मिनट अधिक समय इसी तरह 40 से 60 अंक पेपर के लिए 15 मिनट बढाकर दिया जाएगा. तीसरी लहर के कारण विद्यार्थियों को पूरे वर्षभर ऑफलाइन तरीके से पढाया नहीं गया.ऐसे में परीक्षा ऑफलाइन ली जाएगी. जहां स्कूल वहां परीक्षा केंद्र देने का तय किया गया है.