भातकुली/दि.७ – भातकुली तहसील अंतर्गत आने वाले गणोरी परिसर में इन दिनों हिरण व जंगली सूअरों ने आंतक मचा रखा है. किसानों की खडी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे है. जिसमें किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है. सैकडो एकड में बुआई की गई कपास की फसल जंगली जानवरों द्वारा खराब की जा रही है. गणोरी गांव में वन प्राणियों के आंतक के चलते त्रस्त होकर किसानों ने मूंग, उडद, ज्वार फसलों की बुआई पिछले ५ वर्षो से बंद कर दी है. अब सिर्फ सोयाबीन, कपास व तुअर की बुआई किसानों द्वारा की जाती है.
परिसर में स्थित वन प्राणी कपास की फसल पर लगे बोंडे खा जाते है और फसलों का नुकसान पहुंचाते है. जिससे परिसर का कपास उत्पादक किसान त्रस्त है. अपनी जान को हथेली पर रखकर इन जानवरों से किसान अपनी फसलों की रक्षा करते है. किंतु शासन की ओर से किसी भी प्रकार की उपाय योजना नहीं होने की वजह से किसानों की जान को अक्सर खतरा बना रहता है. किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए रात-दिन अपने खेतों में फटाखे फोडते है साथ ही धूंआ करते है जिससे जंगली जानवर खेतों में न आए. इस तरह की रात-दिन उपाय योजना करने के पश्चात भी वन प्राणी खेतों में घुस जाते है और किसानो ंकी फसले नष्ट कर देते है. जिससे किसानों को आर्थिक संकट झेलना पडता है.