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दहशतगर्दो का कोई दीनो-ईमान नहीं

मिस्किनशाह मियां मस्जिद के मुफ्ती शरफुद्दीन मिस्बाही का कथन

* जुमे की नमाज के बाद पहलगाम के आतंकी हमले की मजम्मत की
अमरावती/दि.25 – दशहतगर्दी के साथ इस्लाम का कोई तआल्लुक नहीं और इस्लाम किसी भी तरह की दहशतगर्दी की इजाजत भी नहीं देता. अत: जो लोग दहशतगर्दी का रास्ता अख्तियार कर खूनखराबे वाला काम करते हैं, उनके लिए इस्लाम में कोई जगह नहीं है. क्योंकि ऐसे लोगों का कोई दीन और ईमान नहीं होता, इस आशय का बयान देते हुए हाथीपुरा स्थित मस्जिद मिस्किनशाह मियां के इमाम मुफ्ती शरफुद्दीन मिस्बाही ने पहलगाम में हुई आतंकी वारदात की मजम्मत की.
आज दोपहर मस्जिद मिस्किनशाह मियां में जुमे की नमाज के दौरान अपना बयान जारी करते हुए मुफ्ती शरफुद्दीन मिस्बाही ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों की मगफिरत और हमले में घायल लोगों की सेहतमंदी के लिए दुआ की. इसके साथ ही उन्होंने इस आतंकी वारदात को अंजाम देनेवाले दहशतगर्दो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग भी उठाई. साथ ही कहा कि, इस्लाम हमेशा ही अम्नो-अमान की दावत देने का काम करता है और इस्लाम में एक इंसान के कत्ल को इंसानियत के कत्ल का दर्जा दिया गया है. ऐसे में जिन लोगों ने इस खूनखराबे वाली घटना को अंजाम दिया है, उनका निश्चित तौर पर इस्लाम के साथ कोई वास्ता हो ही नहीं सकता.

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