ठाकरे गुट ने गजानन लवटे को बनाया प्रत्याशी
दर्यापुर में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच होगी सीधी टक्कर
* पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई बुलाकर लवटे को दी टिकट
* मविआ के तहत शिवसेना उबाठा के हिस्से में छूटी है दर्यापुर सीट
* अब गजानन लवटे और शिंदे गुट के प्रत्याशी अभिजीत अडसूल होंगे आमने-सामने
अमरावती/दर्यापुर /दि.26- जिले के दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से जहां एक ओर महायुति द्वारा शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी के तौर पर पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं अब महाविकास आघाडी द्वारा यह सीट उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के हिस्से में छोडी गई है और शिवसेना उबाठा द्वारा दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व शहर प्रमुख गजानन मोतीराम लवटे को अपना प्रत्याशी घोषित किया गया है. गजानन लवटे को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा आज सुबह ही मुंबई स्थित अपने आवास मातोश्री बंगले पर बुलाकर पार्टी का ए-बी फॉर्म दिया गया. इसके चलते अब गजानन लवटे द्वारा 28 या 29 अक्तूबर को अपना नामांकन पेश किया जाएगा.
बता दें कि, युवावस्था से ही कट्टर शिवसैनिक रहने वाले गजानन लवटे इससे पहले शिवसेना के दर्यापुर शहर उपप्रमुख रह चुके है. साथ ही उन्होंने इससे पहले वर्ष 2009 में दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना की टिकट हेतु दावेदारी पेश की थी. परंतु उस समय तत्कालीन सांसद आनंदराव अडसूल द्वारा यह सीट अपने बेटे अभिजीत अडसूल के लिए मांगे जाने पर गजानन लवटे ने अपनी दावेदारी को पीछे ले लिया था. जिसके चलते तब शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे और उस समय पार्टी के कार्याध्यक्ष रहने वाले मौजूदा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गजानन लवटे का सत्कार भी किया था. वहीं वर्ष 2014 में पार्टी द्वारा दर्यापुर सीट से एक बार फिर तत्कालीन विधायक अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी बनाया गया था, जो भाजपा प्रत्याशी रमेश बुंदिले के हाथों चुनाव हार गये थे. इसके उपरान्त वर्ष 2019 के चुनाव में यह सीट भाजपा सेना युति के तहत भाजपा के हिस्से में छूटी थी. जिसके चलते गजानन लवटे का दावा एक बार फिर खारिज हो गया था. ऐसे में अब करीब 15 वर्ष बाद शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने इस पुराने सिपहसालार पर भरोसा जताया है और इस बार दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली शिवसेना द्वारा गजानन लवटे को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा जा रहा है, जो शिंदे गुट वाली शिवसेना के प्रत्याशी रहने वाले पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल की दावेदारी को चुनौती देंगे. साथ ही अमरावती जिले के 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में दर्यापुर ही एकमात्र ऐसा निर्वाचन क्षेत्र रहेगा, जहां पर शिवसेना के दोनों गुट एक-दूसरे के आमने-सामने रहेंगे तथा कभी एक-दूसरे के सहयोगी रहने वाले दो शिवसैनिक ही इस बार एक-दूसरे को पछाडने हेतु तमाम तरह के दांव-पेंच आजमाएंगे.