‘वह’ मामला लूटपाट का नहीं, तंत्रमंत्र से रकम डबल करने का निकला
पुलिस ने मास्टरमाइंड सहित 6 आरोपियों को लिया हिरासत में

* दो फरार आरोपियों की चल रही तलाश, मामले को लेकर अच्छा-खासा हडकंप
* एसपी विशाल आनंद ने पत्रवार्ता में घटना को लेकर दिया सिलसिलेवार ब्यौरा
अमरावती/दि.3 – गत रोज चांदुर रेलवे के सुपलवाडा निवासी सुधाकर राऊत नामक व्यक्ति ने परतवाडा पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी कि, वह सेकंडहैंड इर्टिगा कार खरीदने के लिए अपने दोस्त सचिन ठाकरे के साथ परतवाडा पहुंचा था. इस समय उसके साथ अचलपुर निवासी नितिन राऊत नामक कमिशन एजेंट भी था. जब तीनों लोग परतवाडा स्थित त्रिवेणी संगम के पास पहुंचे तो कार में सवार होकर आए 4 से 5 अज्ञात लोगों ने उनके साथ जमकर मारपीट करते हुए उनसे 10 लाख रुपए की रकम लूट ली थी. यह शिकायत मिलते ही परतवाडा पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और कुछ ही घंटो के भीतर पूरे मामले की असलियत को उजागर कर दिया. जिसके मुताबिक पता चला कि, यह शिकायत ही पूरी तरह से झूठी थी और यह मामला जादू-टोने के जरिए रकम दोगुना करने की लालच में रकम गंवाने का था, ऐसी जानकारी ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में दी गई. साथ ही बताया गया कि, इस मामले में लूटपाट की घटना को अंजाम देनेवाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं फिलहाल फरार रहनेवाले दो आरोपियों की इस समय तलाश जारी है.
इस पूरे मामले को लेकर अपने कार्यालय में बुलाई गई पत्रवार्ता में जानकारी देते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने बताया कि, सुधाकर नामदेव राऊत (44, सुपलवाडा, चांदुर रेलवे) को कुछ दिन पहले उसके ही गांव में रहनेवाले सचिन बालबस ठाकरे ने बताया कि, वह अचलपुर में रहनेवाले दिलीप राऊत नामक एक व्यक्ति को पहचानता है. जो तंत्रमंत्र की पूजा करते हुए पैसे दोगुने कर देता है. जिसके चलते सुधाकर राऊत ने अचलपुर जाकर तथाकथित दिलीप राऊत से मुलाकात की. जिसने रकम दोगुनी कर देने का दावा किया और सुधाकर राऊत को 2 जून को 10 लाख रुपए लेकर आने के लिए कहा. जिसके चलते 2 जून को सुधाकर राऊत व सचिन ठाकरे अपनी दुपहिया पर सवार होकर अचलपुर पहुंचे. जिनके पीछे-पीछे सुधाकर राऊत के भाई ज्ञानेश्वर राऊत भी आए थे. इस समय सुधाकर राऊत को 10 लाख रुपए की अधिक रकम थोडी अधिक लगी तो उन्होंने साढे तीन लाख रुपए अपने भाई को देकर उन्हें घर वापिस भेज दिया और फिर सुधाकर राऊत व सचिन ठाकरे साढे 6 लाख रुपए लेकर त्रिवेणी संगम मंदिर पहुंचे. जहां पर दिलीप राऊत नामक व्यक्ति अपने साथीदारों के साथ तवेरा कार में सवार होकर पहुंचा तथा सुधाकर राऊत व सचिन ठाकरे के साथ मारपीट करते हुए उनसे साढे 6 लाख रुपए की रकम लूट ली. जिसकी शिकायत सुधाकर राऊत ने परतवाडा पुलिस थाने में दर्ज कराई थी.
मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण अपराध शाखा के विविध पथकों को आरोपियों की तलाश हेतु रवाना किया गया. इस दौरान ग्रामीण अपराध शाखा को गुप्त सूचना मिली कि, यह वारदात शरद दिगंबर ढोके (शहापुर वरुड) नामक व्यक्ति ने अपने साथीदारों के साथ की है. ऐसे में ग्रामीण अपराध शाखा के दल ने शरद ढोके को हिरासत में लेकर उससे कडी पूछताछ की तो पता चला कि, उसने ही खुद को दिलीप राऊत दर्शाते हुए सुधाकर राऊत को पैसे दोगुने करने की लालच देकर लूटने की योजना बनाई थी और लाल रंग की तवेरा गाडी क्रमांक एमएच-27/एसी-6397 को किराए पर लेकर अपने साथीदारों के साथ त्रिवेणी संगम मंदिर परिसर में जाकर वहां पर पहले से पैसे लेकर मौजूद सुधाकर राऊत और उसके दोस्त के साथ मारपीट कर उन्हें लूटा था. इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने शरद दिगंबर ढोके सहित लाला उर्फ मनोजकुमार फुलचंद जयस्वाल (42, फ्रेजरपुरा), नीलेश देवकरण यादव (40, राजापेठ), प्रदीप रामराव वैराले (37, राजना पूर्णा, तह. चांदुर बाजार), शुभम गोपाल वैराले (26, राजना पूर्णा, तह. चांदुर बाजार) तथा गोलू उर्फ जयकुमार जगदीश गेडाम (40, प्रबुद्ध मंडल, फ्रेजरपुरा, अमरावती) को अपनी हिरासत में लिया. साथ ही आरोपियों के पास से लूटी गई नकद रकम में से 5 लाख 14 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयुक्त तवेरा कार व होंडा यूनिकॉर्न दुपहिया सहित 5 मोबाइल जब्त किए गए.
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत, सहायक पुलिस अधीक्षक शुभम कुमार के मार्गदर्शन तथा अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक किरण वानखडे के नेतृत्व में एपीआई सचिन पवार, पीएसआई सागर हटवार, नितिन इंगोले, विष्णु राठोड व तसलीम शेख सहित ग्रामीण अपराध शाखा के पुलिस कर्मियों द्वारा की गई.