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‘वह’ कटिंग एक साल पुरानी

सोशल मीडिया पर ‘अमरावती मंडल’ का पुराना स्क्रिन शॉट वायरल

* मनपा प्रभागों की प्रारूप रचना को लेकर फैलाया जा रहा संभ्रम
* भ्रम फैलाने के लिए किसी शरारती तत्व की करतूत
अमरावती / दि. १०- आज दोपहर शहर के राजनीतिक क्षेत्र और आम नागरिकों में उस समय हैरत व संभ्रम वाला माहौल बन गया, जब सोशल मीडिया साईटस् व वॉटसएप जैसे प्लेटफॉर्म पर ‘अमरावती मंडल’ द्वारा अखबार की कटिंग का स्क्रिन शॉट का धडाधड पोस्ट और शेयर किया जा रहा था. इस खबर में कहा गया था कि, अमरावती मनपा की प्रभाग रचना का प्रारूप घोषित हो गया. जिसे लेकर आपत्ति व आक्षेप मंगाया गया है. और आगामी २ मार्च को अंतिम प्रभाग रचना घोषित की जाएगी. लेकिन हकिकत यह है कि, उक्त खबर की कटिंग एक वर्ष पुरानी है. जो गत वर्ष २ फरवरी २०२२ को प्रकाशित हुई थी. जिसे किसी शरारती तत्व द्वारा केवल भ्रम फैलाने के उद्देश्य से वर्ष २०२३ के फरवरी माह में वायरल किया जा रहा है. क्योंकि विगत १ वर्ष से मनपा के चुनाव अधर में लटके पडे है. अब मनपा चुनाव कब होंगे? इसे लेकर चुनाव लडने के इच्छुकों सहित आम नागरिकों में जबरदस्त उत्सुकता है. जिसका बेजा फायदा उठाने साथही शरारत करने और मजा लेने के उद्देश्य से किसी शरारत तत्व ने यह हरकत की है.
बतादें कि, विगत वर्ष ८ मार्च को मनपा पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने वाला था. ऐसे में मनपा के सदन का कार्यकाल खत्म होने से पहले नए पार्षदों के निर्वाचन हेतु मनपा के आमचुनाव करवाने की जद्दोजहद चल रही थी. जिसके तहत विगत वर्ष फरवरी माह में अमरावती मनपा के ३३ प्रभागों की प्रारूप सूची घोषित की गई. जिस पर आपत्ति और आक्षेपों की सुनवाई के पश्चात २ मार्च को अंतिम प्रभाग रचना घोषित होने वाली थी. जिसे लेकर गत वर्ष फरवरी माह में दैनिक अमरावती मंडल ने विस्तारपूर्वक खबर प्रकाशित करने के साथही प्रभागों के नाम व प्रभाग रचना पत्रिका की तारीखों का ब्यौरा प्रकाशित किया था. हालांकि, इसके उपरांत मनपा के सदन का कार्यकाल खत्म हो गया. और मनपा में प्रशासक राज शुरु हुआ. साथही लगभग एक वर्ष का समय बीत जाने के बावजूद विविध कारणों के चलते मनपा के आम चुनाव नहीं कराए जा सके. ऐसे में चुनाव लडने के इच्छुओं सहित अमरावती शहरवासियों ने मनपा के आम चुनाव कब होंगे? इसे लेकर काफी उत्सुकता है. संभवत: इस बात का फायदा उठाते हुए किसी अज्ञात शरारती तत्व ने गत वर्ष २ फरवरी को अमरावती मंडल द्वारा प्रकाशित खबर के स्क्रिन शॉट को आज सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरु किया. जिसके तहत उस खबर की कटिंग का स्क्रिन शॉट आज वॉटसएप के विविध ग्रुप के पोस्ट पर किया. चूंकि इस समय भी फरवरी माह चल रहा है. और पोस्ट किए गए स्क्रिन शॉट में उसके प्रकाशन की तारीख को छिपा दिया है. ऐसे में उस कटिंग के वायरल होने की वजह से आम लोगों में यह भ्रम फैल गया कि, संभवत: मनपा द्वारा एकबार फिर प्रभाग रचना का काम शुरु करते हुए प्रारूप सूची घोषित की गई है और उस पर आपत्ति व आक्षेप भी मंगाए गए है. जिन पर सुनवाई करने के उपरांत २ मार्च को अंतिम प्रभाग रचना घोषित की जाएगी. जबकि हकिकत में यह सारी प्रक्रिया गत वर्ष फरवरी व मार्च माह के दौरान पूरी हो चुकी थी. और इस समय ऐसी कोई भी प्रक्रिया मनपा में नहीं चल रही है. लेकिन महिने व तारीखों में साम्यता रहने के चलते किसी अज्ञात शरारती तत्व ने जानबुझकर भ्रम फैलाने के उद्देश्य से एक साल पुरानी कटिंग के स्क्रिन शॉट को सोशल मीडिया पर वायरल किया.

दिनभर घनघनाते रहे मंडल कार्यालय के फोन
उल्लेखनिय है कि, दैनिक अमरावती मंडल द्वारा हर खबर की अच्छी तरह से ठोंक बजाकर पुष्टि करने के बाद प्रकाशित किया जाता है. जिसके चलते दैनिक अमरावती मंडल के पाठकों के बीच अलग तरह की विश्वसनीयता है. ऐसे में आज दोपहर के आसपास सोशल मीडिया पर अमरावती मंडल की एक साल पुरानी कटिंग के वायरल होते ही इसे सच मान कर कई लोगों में संभ्रम पैदा हो गया. और उन्होंने इस खबर की पुष्टि करने दैनिक अमरावती मंडल के कार्यालय में फोन व मोबाइल के जरिए संपर्क किया. पश्चात मंडल प्रबंधक द्वारा मामले की पडताल करने पर पता चला कि, सोशल मीडिया पर किसी ने एक साल पुरानी कटिंग वायरल करते हुए शरारत की है. ऐसे में दैनिक अमरावती मंडल ने अपने सभी पाठकों से आह्वान किया है कि, वे इस समय मनपा की प्रारूप रचना को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल खबर को लेकर विश्वास न करें. क्योंकि किसी ने एक साल पुरानी कटिंग का सहारा लेकर दैनिक अमरावती मंडल की विश्वसनीय छवि के साथ छेडछाड करने का प्रयास किया है.

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