
चिखलदरा /दि.21– मेलघाट के रेट्याखेडा के शेलुकर परिवार अनेक वर्षों से बेदखल किया गया है. यह बात भी ताजा धिंड की शर्मनाक घटना के बाद उजागर हुई है. जिसमें पुलिस पाटिल बाबू जामुनकर द्वारा अन्याय और अत्याचार की व्यथा सामने आयी है. परिवार को राशन का अनाज, रोजगार और सभी शासकीय योजनाओं से वंचित रखा गया. रविवार को पीडित परिवार से कलेक्टर सौरभ कटियार और एसपी विशाल आनंद ने भेंट की थी. उपरान्त अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के लोग भी वहां पहुंचे.
अंनिस के एड. गणेश हलकारे के मार्गदर्शन में जिला संगठक शेखर पाटिल, जिला सचिव हरीश केदार, तहसील संगठक गजानन चौखंडे, प्रकाश कलस्कर ने शेलुकर परिवार से भेंट की. उनका समुपदेशन किया. ग्रामीणों से गांव की सामाजिक आर्थिक स्थिति के बारे में समिति ने चर्चा की. गांव में केवल कक्षा चौथी तक शाला है. गांव के ही एक लडके को शिक्षक के रुप में नियुक्त किया गया. समिति ने आरोप लगाया कि, धिंड निकाले जाने के बाद भी लोगों, पटवारी, ग्राम सेविका ने वरिष्ठ अधिकारियों तक जानकारी नहीं पहुंचायी.