‘उस’ अस्पताल ने दिखाये 300 से 400 फर्जी कोविड मरीज
अमरावती मंडल के हाथ लगी फर्जी मरीजों की सूची
अमरावती/दि.11- इस समय एक सजग व ईमानदार नागरिक द्वारा दिखाई गये हिम्मत व हौसले की वजह से अमरावती शहर में कोविड इन्शुरन्स पॉलीसी क्लेम के नाम पर चल रहा फर्जीवाडा अधिकारिक रूप से सामने आया है, क्योंकि अब शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर दो लोगों को नामजद किया जा चुका है. किंतु अब तक उस अस्पताल के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं हुआ है. जहां से इस फर्जीवाडे को अंजाम दिया जा रहा था. बता दें कि, दैनिक अमरावती मंडल ने ही सबसे पहले इस फर्जीवाडे को लेेकर खबरें प्रकाशित की थी और प्रशासन के समक्ष सारे तथ्य रखे थे. इस समय भी हमारे पास सबसे बडी जानकारी यह है कि, इस फर्जीवाडे में शामिल श्रीकृष्णपेठ स्थित अस्पताल द्वारा करीब 300 से 400 लोगों को फर्जी तरीके से कोविड संक्रमित दर्शाया गया और कोविड संक्रमित नहीं रहनेवाले लोगों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट को जानबूझकर पॉजीटीव दर्शाया गया. इसके लिए कोविड टेस्ट लैब के साथ मिलीभगत करने के अलावा अस्पताल में ही की जानेवाली रैपीड एंटीजन टेस्ट का सहारा लिया गया. जिस पर प्रशासन का भी कोई नियंत्रण या नजर नहीं रहा करते थे.
विगत पांच दिनों से दैनिक अमरावती मंडल द्वारा अपने स्तर पर इस पूरे मामले की विस्तृत पडताल की गई. जिसमें हमें पता चला कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में 300 से 400 कोविड पॉलीसीधारक लोगों को फर्जी तरीके से कोविड संक्रमित दर्शाया गया और बाकायदा इन्शुरन्स क्लेम भी किया गया. क्लेम प्राप्त करनेवाले लोगों के नामों की सूची भी हमें प्राप्त हुई है, जो हमें फिर्यादी परिवार की ओर से उनकी अपनी व्यक्तिगत जांच-पडताल के दौरान मिलने के बाद उपलब्ध करायी गई है. हम इस सूची में शामिल लोगों के केवल प्रथम नाम को यहां पर आम जनता व प्रशासन की जानकारी के लिए उपलब्ध करवा रहे है. इस सूची को देखकर प्रशासन, पुलिस व आम जनता द्वारा अंदाजा लगाया जा सकता है कि, दैनिक अमरावती मंडल द्वारा विगत एक वर्ष से जिस मामले को लेकर आवाज उठायी जा रही है, वह कोई कपोलकल्पीत मामला नहीं, बल्कि अपने आप में एक हकीकत है. जिसमें भगवान का दर्जा हासिल रखनेवाले डॉक्टर सहित समाज के कई सफेदपोश भी शामिल है.