‘उस’ तेंदूए का आज भी कृषि महाविद्यालय परिसर में आवागमण
विद्यार्थी, कर्मचारी समेत परिसरवासियों में भी दहशत
अमरावती/ दि.24 – नागपुर महामार्ग पर प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर श्री शिवाजी कृषि महाविद्यालय व जनता कृषि तंत्र महाविद्यालय परिसर में एक तेंदूए का पिछले कई दिनों से आवागमण शुरु है. परिसर के कई लोगों ने उस तेंदूए के दर्शन किये. शहर के निकट तेंदूए के आने-जाने के कारण विद्यार्थी, नागरिक व परिसरवासियों में जोरदार दहशत फैली हुई है. वन विभाग जल्द से जल्द इसका हल निकाले, ऐसी मांग की जा रही है.
कृषि महाविद्यालय का परिसर काफी बडा फैला हुआ है. कुछ दिन पूर्व इस परिसर में घुमते समय तेंदूआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. परिसर में रहने वाले कर्मचारियों ने भी तेंदूए को अपनी खुली आँखों से देखा. तब से नियमित तेंदूआ परिसर में घुम रहा है. इसकी वन विभाग को भी सूचना दी गई थी. आरएफओ हरणे और उनकी टीम ने मौके का मुआयना किया, वहां पिंजरा भी लगाया, पिंजरे के पास काफी समय बिताने के बाद तेंदूआ वहां से निकल गया, मगर वन विभाग अब तक उसे नहीं पकड पाये. इस परिसर में हजारों की संख्या में नागरिकों का आना-जाना लगा रहता है. तेंदूए ने किसी का शिकार किया तो, उसका जिम्मेदार कौन? ऐसा प्रश्न परिसरवासियों ने उपस्थित किया है.
पिछले दो दिन पूर्व वहीं तेंदूआ जनता कृषि तंत्र विद्यालय के डेरी फार्म पर दिखाई दिया. खास बात यह है कि, वह तेंदूआ अब इस क्षेत्र में कोई रहे या न रहे, रास्ता पार करते हुए सीधे ऑफिसर क्लब में पहुंच रहा है. इस क्षेत्र में वन विभाग की गश्त बढाने और तेजी से उचित कदम उठाकर जनता को राहत दे, ऐसी मांग यहां के प्राचार्य डॉ.नंदकिशोर चिखले, प्रा. राजेश खाडे ने वन विभाग से की है, मगर यहां केवल पिंजरा लगाने के अलावा या आह्वान करने के अलावा वन विभाग के कर्मचारियों ने इस मामले को कोई खास गंभीरता से नहीं लिया. इससे मानवीय संघर्ष होने की काफी संभावना बढ गई है.