‘उस’ नाबालिग के गर्भपात का 80 हजार में हुआ था सौदा
बदनामी से बचने पीडिता के माता-पिता हुए थे राजी
* पैसे नहीं मिलने पर पुलिस तक पहुंचा मामला
* विदर्भ क्षेत्र में अपनी तरह का पहला मामला
वर्धा/दि.14- कुछ अरसा पूर्व बीड जिले के परली में स्त्री भ्रूण हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था. जिसमें डॉ. सुदाम मुंडे व उनकी पत्नी सरस्वती मुंडे ने कन्या भ्रूण हत्या करने का कारखाना ही खोल रखा था. डॉ. मुंडे दम्पत्ति द्वारा गर्भपात की गई महिला की मौत होने के बाद यह मामला समूचे राज्य में गूंजा था. वहीं अब इससे मिलता-जुलता एक मामला वर्धा जिले की आर्वी तहसील में सामने आया है. जहां पर डॉ. रेखा कदम ने भी अवैध गर्भपात का कारखाना खोल रखा था और डॉ. मुंडे दम्पत्ति की तरह ही गर्भपात पश्चात भ्रूणों को थैली में भरकर गढ्ढे में फेंक दिया जाता था. आर्वी तहसील का मामला उस समय सामने आया, जब महज 13 वर्ष की एक लडकी दुराचार के बाद गर्भवती हो गई और उसका डॉ. कदम के अस्पताल में अवैध तरीके से गर्भपात कराया गया.
मिली जानकारी के मुताबिक आर्वी तहसील अंतर्गत 13 वर्षीय अल्पवयीन लडकी के साथ उसके ही रिहायशी परिसर मेें रहनेवाले नाबालिग लडके ने जबरन शारीरिक संबंध स्थापित किये थे. जिसकी वजह से यह अल्पवयीन लडकी गर्भवती हो गई थी. यह बात ध्यान में आने पर उस अल्पवयीन लडकी के माता-पिता पुलिस में शिकायत दर्ज कराने हेतु जानेवाले थे, किंतु दुराचार करनेवाले नाबालिग लडके के माता-पिता ने पीडिता के परिवार से संपर्क कर उन्हें बदनामी का भय दिखाया. साथ ही पीडिता का गर्भपात करवाने के ऐवज में 80 हजार रूपये देने की पेशकश भी की. 80 हजार रूपये में गर्भपात का सौदा तय हो जाने के बाद पीडिता को डॉ. रेखा कदम के यहां ले जाया गया और डॉ. रेखा कदम ने गर्भपात करने हेतु 30 हजार रूपये ले लिये. किंतु शेष 50 हजार रूपये पीडिता के माता-पिता को नहीं मिले. जिसके चलते उन्होेंने शनिवार की रात इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करायी. पश्चात पुलिस ने रविवार की सुबह डॉ. रेखा कदम सहित दुराचार करनेवाले नाबालिग लडके के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया. वहीं बाद में की गई जांच-पडताल के दौरान अस्पताल के पीछे स्थित गोबर गैस प्लांट के खाली पडे गढ्ढे में से 11 इंसानी खोपडियां व 54 हड्डियां बरामद हुई. जिससे परिसर में जबर्दस्त हडकंप मच गया. क्योेंकि इसका सीधा मतलब यह है कि, डॉ. रेखा कदम के अस्पताल में धडल्ले के साथ अवैध गर्भपात का काम किया जा रहा था. वहीं मामले की जांच-पडताल के दौरान ही डॉ. रेखा कदम की सास और उनकी नर्स को भी अपनी हिरासत में लिया गया.