नाबालिग पर गैंगरेप वाला ‘वह’ मठ भी अनधिकृत
नाबालिग पर गैंगरेप वाला ‘वह’ मठ भी अनधिकृत
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अमरावती/दि. 24 – समिपस्थ रिद्धपुर स्थित एक मठ में रहनेवाली 17 वर्षीय नाबालिग युवती पर तीन लोगों द्वारा सामूहिक रुप से दुराचार किया गया. जिससे उक्त नाबालिग 8 माह की गर्भवती हो गई. इस मामले की जांच करते हुए जिला बाल संरक्षण समिति ने पाया कि, जिस मठ में उक्त नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया वह मठ भी पूरी तरह से अनधिकृत व गैर मान्यता प्राप्त है. सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी सुरेंद्रमुनी तलेगांवकर ने ‘महंत’ पद धारण करते ही उस गांव में अपना मठ स्थापित किया था. जबकि अन्य मठधारकों द्वारा इस मठ को आश्रम संबोधित किया जाता है.
बता दें कि, शिरखेड थाना क्षेत्र अंतर्गत एक मठ में एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की वारदात विगत 19 फरवरी को उजागर हुई थी. पुलिस ने इस मामले में मठ चलानेवाले सुरेंद्रमुनी तलेगांवकर (70), बालासाहब देसाई (35, नांदेड), पीडिता के मामा निखिल (26) तथा पीडिता की 40 वर्षीय मौसी ऐसे चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही विगत शुक्रवार को जिला महिला व बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबले, विधि अधिकारी एड. सीमा भाकरे व भूषण कावरे, मोर्शी तहसील बाल संरक्षण अधिकारी आकाश बरवट के पथक ने उस तथाकथित मठ सहित मठ के तलघर का निरीक्षण किया. साथ ही वहां रहनेवाली चार महिलाओं एवं लडके-लडकियों से संवाद साधते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. इसके अलावा सभी मठों को उनके यहां रहनेवाले लोगों की जानकारी का ब्यौरा रखने का निर्देश भी दिया गया.
* किशोरवयीन बच्चों की पूरी जानकारी रखना जरुरी
जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबले व एड. भाकरे टीम ने संबंधित ग्राम पंचायत में जाकर सरपंच, सचिव, जिप के पूर्व सदस्य एवं अंगणवाडी सेविकाओं से संवाद साधा. इस समय आशा सेविकाओं को निर्देश दिया गया कि, वे गांव में स्थित मठ एवं आश्रमों में रहनेवाले किशोरवयीन लडके व लडकियों की जानकारी प्रतिमाह हासिल करते हुए उसे ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराए. यदि ऐसी जानकारी पहले ही संकलित की गई होती तो उस 17 वर्षीय नाबालिग लडकी के साथ हो रहे अन्याय की जानकारी काफी पहले ही सामने आ गई होती.
* चैरिटी में उस मठ की जानकारी दर्ज नहीं
उस गांव के केवल 9 मठों का पंजीयन ही धर्मदाय आयुक्त के पास है. जिनमें सुरेंद्रमुनी तलेगांवकर के मठ का समावेश नहीं है, यानी सुरेंद्रमुनी का मठ पूरी तरह से अवैध व अनधिकृत रहने की बात स्पॉट विजिट के दौरान सामने आई है, ऐसी जानकारी जिला महिला व बाल कल्याण समिति विधि अधिकारी एड. सीमा भाकरे द्वारा दी गई. ऐसे में अब पुलिस इस दृष्टि से भी अपनी जांच को आगे बढाएगी.