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‘वह’ महिला आयी थी पूरी प्लानिंग के साथ

यवतमाल तक जाकर आयी कोतवाली पुलिस

* वाहन का नंबर निकला ‘फेक’, जांच जारी
* मामला इर्विन के शौचालय में नवजात अर्भक मिलने का
अमरावती /दि.4- कुछ दिन पहले स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में आकस्मिक कक्ष के पास स्थित शौचालय से एक नवजात अर्भक मृत पडा मिला था. जिसे लेकर जानकारी सामने आयी थी कि, एक गर्भवती महिला अपने तीन रिश्तेदारों के साथ इलाज हेतु जिला सामान्य अस्पताल की ओपीडी में आयी थी तथा आकस्मिक विभाग के पास स्थित शौचालय में गई थी. जहां से बाहर आने के बाद उक्त महिला अपने तीनों रिश्तेदारों के साथ यहां से चली गई. ऐसे में कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच करते हुए इर्विन अस्पताल परिसर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगालने शुरु किये, तो उक्त महिला अपने रिश्तेदारों के साथ एक इंडिगो कार में बैठकर जाती दिखाई दी. जिसकी नंबर प्लेट को लेकर पडताल करने पर पता चला कि, उक्त नंबर यवतमाल के वाहन का है. ऐसे में कोतवाली पुलिस इस वाहन की तलाश में यवतमाल पहुंची, तो पता चला कि, यवतमाल में उक्त नंबर का वाहन इंडिगो कार नहीं है. जिससे स्पष्ट हुआ कि, उक्त महिला व उसके रिश्तेदारों ने अपनी इंडिगो कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई थी. ऐेसे में अब कोतवाली पुलिस द्वारा उक्त महिला व उसके रिश्तेदारों सहित फर्जी नंबर प्लेट रहने वाली उस कार की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.
बता दें कि, विगत माह रविवार 25 अगस्त की रात 9 बजे के आसपास स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल के स्वच्छता गृह में एक नवजात अर्भक मृत अवस्था में पाया गया था. जिसके चलते अस्पताल में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त हो गया था. पता चला है कि, इस अस्पताल की ओपीडी एक गर्भवती युवती शाम 7 बजे इलाज हेतु पहुंची थी. जिसने ओपीडी में बाकायदा अपने नाम की चिठ्ठी भी बनवाई थी. उस समय उसके साथ दो महिलाएं व एक पुरुष भी थे. कुछ समय बाद चारों लोग दिव्यांग ओपीडी विभाग के पास स्थित स्वच्छता गृह की ओर गए. लेकिन इसके बाद चारों ही लोग अस्पताल से निकलकर कहीं चले गए और इसके कुछ ही समय पश्चात उसी स्वच्छता गृह से एक नवजात अर्भक मृत अवस्था में बरामद हुआ. जिसकी जानकारी सीटी कोतवाली पुलिस को दी गई है. इसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करने शुरु कर दी है.
इस संदर्भ में यह जानकारी भी सामने आयी थी कि, रविवार को जिला सामान्य अस्पताल की ओपीडी बंद थी. लेकिन आपात दुर्घटना कक्ष शुरु था. जहां पर शाम 7 बजे के आसपास 21 वर्षीय गर्भवती युवती दो महिलाओं व एक पुरुष के साथ पहुंची. इस समय युवती के साथ मौजूद तीनों लोगों ने ओपीडी से चिठ्ठी बनवाकर उक्त युवती को दुर्घटना कक्ष में इलाज हेतु भर्ती करवाया. जिसके कुछ ही देर बाद चारों लोग एक साथ दिव्यांग ओपीडी के पास स्थित स्वच्छता गृह की ओर गए और कुछ समय बाद चारों लोग अस्पताल से निकलकर बाहर चले गए. इसके कुछ वक्त बाद जब एक व्यक्ति उसी स्वच्छता गृह में पहुंचा तो उसे शौचालय की सीट पर नीचे की ओर सिर रहनेवाला नवजात अर्भक दिखाई दिया. इसकी जानकारी उसने अस्पताल के डॉक्टरों व स्वास्थ कर्मियों को दी. पश्चात इस मृत अर्भक को बाहर निकालकर अस्पताल के शवागार में पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया. जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने इस मामले की जांच शुरु करते हुए अस्पताल को शौचालय में नवजात अर्भक को फेंककर जाने वाली उक्त महिला सहित उसके रिश्तेदारों की तलाश करनी शुरु की.
इस मामले में पुलिस द्वारा पडताल करते हुए इर्विन अस्पताल परिसर के आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगाले गये. तब एक फूटेज में दिखाई दिया कि, उक्त महिला अपने रिश्तेदारों के साथ एमएच-29/एडी-0488 क्रमांक की इंडिगो कार में सवार होकर जा रही है. ऐसे में कोतवाली पुलिस ने पता लगाया कि, उक्त कार का क्रमांक यवतमाल जिले का है. जिसके बाद कोतवाली पुलिस की टीम ने यवतमाल जाकर उस नंबर की कार को तलाशना शुुरु किया, तो पता चला कि, उक्त नंबर का वाहन तो यवतमाल जिले में पंजीकृत है. लेकिन वह वाहन उक्त इंडिगो कार नहीं है, जिससे कोतवाली पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि, संभवत: इस घटना को अंजाम देने हेतु प्रयुक्त इंडिगो कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई थी. ऐसे में कोतवाली पुलिस ने इर्विन अस्पताल के चारों ओर विभिन्न इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगालते हुए यह पता लगाने का प्रयास किया कि, उस दिन वह कार इर्विन अस्पताल से निकालकर किस ओर गई, तो एक सीसीटीवी फूटेज में वह कार पंचवटी चौक से आगे जाति दिखाई दी. ऐसे में पुलिस ने नांदगांव पेठ टोल नाके के सीसीटीवी फूटेज को खंगाला. परंतु उक्त कार इस टोल नाके को पार करती दिखाई नहीं दी. ऐसे में अब पुलिस द्वारा पंचवटी चौक से नांदगांव पेठ टोल नाके के बीच रहने वाले परिसर और इस परिसर से निकलने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगाले जा रहे है. ताकि वह कार और उसमें सवार लोग किस और गये, इसका पता लगाया जा सके.

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