अमरावती/दि.25- विगत दिनोें गाडगेनगर पुलिस थानांतर्गत वेलकम पॉइंट के पास स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि महाविद्यालय व अनुसंधान केंद्र की तीन मंजिला इमारत के नीचे एक महिला का शव बरामद हुआ था. साथ ही इस महिला के दो बच्चे यहां से पाये गये थे. बाद में पुलिस जांच में पता चला था कि, यह महिला नागपुर के बुटीबोरी पुलिस थानांतर्गत रूईखैरी गांव की निवासी है, जो घरेलू विवाद के चलते अपना घर-बार छोडकर नागपुर से अमरावती चली आयी थी. किंतु यह महिला यहां कैसे पहुंची और तीन मंजिला इमारत से नीचे गिरकर उसकी मौत कैसे हुई, यह रहस्य काफी लंबे समय तक बना रहा. वहीं अब तमाम पहलुओं की जांच-पडताल के बाद गाडगेनगर पुलिस ने इस महिला की मौत को एक हादसा मान लिया है. जिसके तहत कहा गया है कि, नागपुर से अमरावती पहुंचने के बाद रात में सिर छिपाने के लिए यह महिला कृषि महाविद्यालय की इमारत में गई और उसने तीसरी मंजील पर जाकर वहां अपने बच्चों के साथ आसरा लिया. यहां पर रात के घने अंधेरे में मुंडेर के आसपास बैठकर अपनी बेटी को स्तनपान कराते समय संभवत: इस महिला का संतुलन बिगड गया और वह अपनी बेटी सहित उपर से नीचे आ गिरी. यहीं वजह रही कि, जब इस महिला का शव मिला, तब उसके साथ उसकी बेटी भी नीचे जमीन पर ही पायी गई. वहीं उसका बेटा उस समय तीसरी मंजील पर सो रहा था.
इस पूरे मामले की जांच-पडताल करने के साथ ही गाडगेनगर पुलिस ने अमरावती से लेकर नागपुर तक तमाम स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज भी खंगाले. किंतु शिवाजी कृषि महाविद्यालय के परिसर में लगे कैमेरे में केवल यह महिला ही अपने बच्चों के साथ उस इमारत की ओर जाती दिखाई दी और उसके आगे-पीछे अन्य कोई व्यक्ति उस ओर जाता दिखाई नहीं दिया. ऐसे में पुलिस ने अमरावती से लेकर नागपुर तक तमाम सीसीटीवी कैमेरे खंगाल डाले. लेकिन किसी भी कैमेरे से कोई खास सहायता प्राप्त नहीं हुई. हालांकि इस दौरान यह जरूर पता चला कि, मृतक महिला का नाम तनुश्री सागर करलुके है और यह 32 वर्षीय महिला बुटीबोरी पुलिस थानांतर्गत रूईखैरी गांव की निवासी है. जिसके साथ उसकी 10 महिने की बच्ची एवं 4 वर्ष का बच्चा भी पाये गये थे. विगत 26 नवंबर को सामने आयी घटना के चलते पूरे शहर में जबर्दस्त सनसनी व्याप्त हो गई थी.
इस मामले में एक्सिडेंटल डेथ रिपोर्ट फाईल करते ुहुए गाडगेनगर पुलिस ने अंतिम निष्कर्ष निकाला है कि, यह महिला घरेलू विवाद के चलते अपने बच्चों को लेकर घर से बाहर निकली और रात के समय अमरावती पहुंची. यहां आने के बाद लक्जरी बस से उतरकर वह वेलकम पॉइंट के पास ही स्थित कृषि महाविद्यालय परिसर की ओर चली गई और रात में सिर छिपाने व आसरा प्राप्त करने के लिए परिसर की तीन मंजिला बिल्डींग में चली गई. जहां पर उसने तीसरी मंजिल पर पहुंचकर अपने बडे बेटे को सुला दिया और छोटी बेटी को स्तनपान कराने हेतु वह सिमेंट की रेलिंग पर बैठी. इस समय अचानक ही अंधेरे में संतुलन बिगड जाने की वजह से वह अपनी बेटी के साथ सीधे सिर के बल नीचे गिर पडी और अंदरूनी चोटें लगने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं इस समय उंचाई से नीचे गिरने की वजह से दस माह की आयुवाली बच्ची के भी पैर की हड्डी टूट गई थी, जो लगातार रो रही थी और बीच-बीच में अपनी मृतक मां के स्तन से दूध भी पी रही थी. वहीं इन तमाम बातों से बेखबर इस महिला का चार वर्ष आयुवाला बडा बेटा इसी इमारत की तीसरी मंजील पर सो रहा था. जिसके बारे में पुलिस को कुछ समय बाद पता चला. पश्चात दोनों बच्चों को उनके पिता के सुपुर्द कर दिया गया.