‘उस’ महिला का पति ही निकला हत्यारा
वरुड के एकलविहिर गांव में मिला था लापता महिला का शव
* ग्रामीण अपराध शाखा व वरुड पुलिस ने जांच कर किया मामले का पर्दाफाश
* हत्यारोपी पति को लिया गया हिरासत में, पति ने किया अपराध कबूल
अमरावती /दि.12- विगत 10 जुलाई को वरुड पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत एकलविहिर गांव में रहने वाली निला शालीग्राम धुर्वे नामक 52 वर्षीय महिला का शव गांव के पास ही स्थित जंगल के नाले में पडा बरामद हुआ था. इस महिला के गले पर उसकी साडी का फंदा लिपटा हुआ था. जिसे हटाकर देखने पर गले पर धारदार हथियार से वार किये जाने का निशान दिखाई दिया था. जिससे स्पष्ट हुआ कि, किसी ने धारदार हथियार से गला काटकर उक्त महिला की हत्या की है. ऐसे में हत्या का मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरु की और इस मामले में मृतक महिला के पति शालिग्राम धुर्वे (55, एकलविहिर) को गिरफ्तार किया गया है. जिसने पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अपना अपराध भी कबूल कर लिया है.
इस संदर्भ में पुलिस सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक शालिग्राम धुर्वे का अपनी पत्नी नीला धुर्वे के साथ पटता नहीं था और आये दिन दोनों के बीच किसी न किसी बात को लेकर विवाद हुआ करते थे. घटना से एक दिन पहले भी दोनों पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर जमकर झगडा हुआ था. जिसके बाद 9 जुलाई की शाम नीला धुर्वे बकरियां चराने हेतु घर के पास ही स्थित जंगल परिसर में गई थी. जहां से वह वापस नहीं लौटी और अगले दिन सुबह 8 बजे के आसपास उसका शव जंगल में स्थित नाले में पडा मिला था. इन तमाम बातों के मद्देनजर पुलिस ने मामले की जांच करते समय नीला के पति शालिग्राम धुर्वे को अपने कब्जे में लेकर उससे पूछताछ की, तो शालिग्राम धुर्वे ने टालमटोल वाले जवाब देने शुरु किये. लेकिन वह पुलिस द्वारा दिखाई गई सख्ती के सामने टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि, उसकी पत्नी उसके साथ हमेशा ही गलीगलौज करते हुए उसे बेइज्जत किया करती थी. इस बात का उसके मन में काफी गुस्सा था. जिसके चलते 9 जुलाई की शाम जैसे ही उसकी पत्नी बकरियां चराने के लिए जंगल में पहुंची, तो उसने वहां पर सबसे पहले उसका गला घोटा और जब वह बेहोश हो गई, तब कुल्हाडी से वार करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद वह चूपचाप अपने घर लौट आया तथा शाम होने के बाद अपनी पत्नी के दिखाई नहीं देने की बात कहते हुए गांव में उसे ढुंढने का नाटक किया. ताकि किसी को उस पर संदेह न हो. आरोपी द्वारा अपना जुर्म कबूल किये जाते ही ग्रामीण अपराध शाखा के दल ने आरोपी को वरुड पुलिस के हवाले किया.
यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद, अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत, उपविभागीय पुलिस अधिकारी डॉ. नीलेश पांडे के मार्गदर्शन तथा ग्रामीण अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक किरण वानखडे व वरुड पुलिस स्टेशन के थानेदार अवतारसिंह चव्हाण के नेतृत्व में पीएसआई नितिन चुलपार व नितिन इंगोले एवं पुलिस कर्मी राजू मडावी, गजेंद्र ठाकरे, सचिन मिश्रा, बलवंत दाभने, शकील चव्हान, रवींद्र बावने, भूषण पेटे, पंकज फाटे, राजू चव्हान, चालक मंगेश मानमोडे के पथक द्वारा की गई.