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राजेंद्र लॉज मामले के आरोपियों की जल्द हो गिरफ्तारी

शिल्पी रविंद्र परमार ने ज्ञापन सौंपकर उठाई मांग

* हाईकोर्ट ने शिल्पी परमार के पक्ष में सुनाया है फैसला
* शिल्पी ने संभागीय आयुक्त व पुलिस आयुक्त के प्रति जताया आभार
अमरावती /दि.31– वर्ष 2022 में 30 अक्तूबर को राजेंद्र लॉज की जर्जर इमारत ढहकर हुए हादसे में मलबे के नीचे दबकर 5 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के लिए दोषी रहने वाले मनपा के अभियंता व राजेंद्र लॉज के मालिक के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था. परंतु अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने हेतु उन्होंने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया गया है. ऐसे मेें अब राजेंद्र लॉज हादसे के दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए. इस आशय की मांग शिल्पी रवींद्र परमार द्वारा संभागीय आयुक्त, पुलिस आयुक्त व मनपा आयुक्त को सौंपे गये ज्ञापन में की गई है. साथ ही शिल्पी परमार ने अदालती लडाई में खुद को मिली जीत का श्रेय संभागीय राजस्व आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय, शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी, सिटी कोतवाली के थानेदार वाकसे तथा शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख सुनील खराटे द्वारा दिये गये सहयोग को दिया है. साथ ही साथ शिल्पी परमार ने इस मामले में मीडिया की ओर से मिले सहयोग के लिए भी आभार जताया.
बता दें कि, 30 अक्तूबर 2022 को घटित हादसे में शिल्पी परमार के पति राजेंद्र परमार सहित कुल 5 लोगों की राजेंद्र लॉज की इमारत के मलबे में दबकर मौत हो गई थी. पश्चात राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विभागीय आयुक्त को इस मामले के जांच के आदेश दिये थे और संभागीय आयुक्त ने 30 मई 2023 को अपनी रिपोर्ट सीएम व डेप्यूटी सीएम को सौंपी थी. इस मामलें में पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर में मनपा के अभियंता व इमारत मालिक को आरोपी के तौर पर नामजद किया गया था. जिन्होंने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कराने हेतु नागपुर होईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. जिसका शिल्पी परमार के वकीलों द्वारा पूरजोर विरोध किया गया था. दोनों पक्षों का युक्तिवाद सुनने के बाद नागपुर होईकोर्ट ने विगत 11 जनवरी को आदेश पारित करते हुए मनपा के अभियंता व राजेंद्र लॉज के मालिक की अपील को खारिज कर दिया. ऐसे में अपने पक्ष में फैसला आते ही शिल्पी परमार ने स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों से मुलाकात करते हुए इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की मांग उठाई.

* अन्यथा शिवसेना करेंगी उग्र आंदोलन
वहीं इस मामले को लेकर शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख सुनील खराटे का कहना रहा कि, अदालत द्वारा राजेंद्र लॉज हादसे के दोषियों की अपील खारिज करने के बावजूद भी संबंधितों महकमों द्वारा दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हुए एक तरह से अदालत का अपमान किया जा रहा है. ऐसे में यदि इस मामले में त्वरित कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो शिवसेना द्वारा प्रशासन के खिलाफ तीव्र आंदोलन किया जाएगा.

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