एटीएम फोडने वाले आरोपी को जान पर खेलकर दबोचा
अमरावती ग्रामीण पुलिस की हरियाणा में साहसी कार्रवाई
* स्थानीय पुलिस का भी सहयोग उल्लेखनीय
* एसपी विशाल आनंद द्वारा जानकारी, जांच टीम की थपथपाई पीठ
अमरावती/दि.24 – वरुड और तिवसा में गत जनवरी में दो बैंकों के एटीएम फोडकर 39 लाख 48 हजार रुपए पार कर देने वाले बडे गिरोह के दो सदस्यों को अमरावती ग्रामीण पुलिस की टीम जान जोखिम में डालकर दबोच लायी है. उसे हरियाणा की स्थानीय अर्थात मेवात पुलिस का सहयोग मिला. किंतु आरोपियों के लोगों ने गांव वालों को एकत्र कर पकडने गई टीम पर हमला किया था. पुलिस ने आरोपी से एमजी हेक्टर कार और 1 लाख रुपए कैश रिकवर किये हैं. यह जानकारी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण विशाल आनंद ने दी.
आज दोपहर अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी आनंद ने बताया कि, यह कार्रवाई अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत, अपराध शाखा के निरीक्षक किरण वानखडे के मार्गदर्शन में वरुड के पीएसआई नितिन इंगोले, तिवसा के उपनिरीक्षक गणेश सपकाल, गजेंद्र ठाकरे, सचिन भगत, पंकज फाटे, प्रभु पाटिल, भूषण वानखडे, विजय चव्हान और साइबर थाने के चेतन गुल्हाने एवं रितेश वानखडे के दल ने अंजाम दी. एसपी आनंद ने दल की गत 6 माह से लगातार कोशिशों का उल्लेख कर कामगीरी के लिए सराहना भी की.
* आरोपी मोहम्मद तौफीक को सिने स्टाइल दबोचा
एसपी विशाल आनंद ने बताया कि, वरुड में एसबीआई के दो एटीएम गैस कटर से काटकर 18 लाख 75 हजार और तिवसा में 20 लाख 72 हजार रुपए कैश चुरा लिये गये थे. पुलिस ने आशीष मधुकर चेचरे की शिकायत पर अपराध दर्ज किया था. तीन टीमों का गठन कर चोरों की खोजबीन शुरु की गई. बडी मशक्कत और साइबर टीम की मदद से हरियाणा के मेवात जिले के जमालगढ के आरोपी मोहम्मद तौफीक मोहम्मद कमरोद्दीन (32), मुस्तकीन उर्फ फौजी वल्द मुसा (28, ओथा) को दबोचा. आरोपी को पकडते समय पुलिस दल पर गांव के लोगों ने हमला भी किया था. पत्थर बरसाये थे. आरोपियों को पकडने में बाधा उत्पन्न हुई थी. उस हमले की परवाह न करते हुए पुलिस टीम ने मोहम्मद तौफीक को 10 लाख की एमजी हेेक्टर कार समेत गिरफ्तार किया.
* 4 आरोपी फरार
पुलिस ने बताया कि, एटीएम फोडने वाले अन्य 4 आरोपी जमशेद उर्फ पिट्टल इलीयास, जुनेद हाजरखां, शहादत हाजरखां और शाहीद हसन अभी फरार है. उनका भी पुलिस पता लगा रही है. उधर दोनों आरोपी तौफीक और मुस्तकीन का 27 जून तक कस्टडी रिमांड वरुड न्यायालय ने प्रदान किया है. पुलिस ने आरोपियों की मोडस आपरेंडी भी बतायी. जिसके अनुसार आरोपी बडी बैंकों के एटीएम की टोह में रहते और लगातार छुट्टियां रहते समय एटीएम को निशाना बनाते.