सभी महाविद्यालयों में मनेगा स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव
शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई
* कई राष्ट्रीय शिक्षा के आधारित मुद्दों पर की गई अहम चर्चा
अमरावती/दि.30-अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षणिक महासंघ की राष्ट्रीय बैठक हाल ही में हुई. बैठक का आयोजन स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर संपूर्ण देश में कार्यक्रम की रुपरेखा को अंतिम रुप देने के लिए अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के आयटी कैम्पस में किया गया था. 25 से 27 जून तक चली इस बैठक में कई राष्ट्रीय शिक्षा के आधारित मुद्दों पर अहम चर्चा हुई.
बैठक में पूरे देश के राष्ट्रीय पदाधिकारी, सभी प्रांत व प्रदेश के अध्यक्ष एवं गृहमंत्री सहित 250 शिक्षक सहभागी हुए थे. वहीं महाराष्ट्र के सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सम्मिलित हुए. राज्यभर से सहभागी प्राध्यापकों के साथ संत गाड़गे बाबा अमरावती विद्यापीठ परिक्षेत्र से शैक्षिक महासंघ के उच्च शिक्षा संवर्ग महाराष्ट्र प्रान्त अध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेडकर एवं राज्य महिला संवर्ग अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. मिनल भोंडे शामिल हुए. महासंघ के अध्यक्ष तथा पूर्व कुलपति प्रोफेसर जगदीशप्रसाद सिघल ने बताया कि भारत के सभी राज्यों में 12 लाख से अधिक सदस्य मौजूदा महासंघ के साथ जुड़े हैं. जहां संपूर्ण भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहां महासंघ ने भी कई कार्यक्रमों का आयोजन करने का संकल्प इस सभा में किया. बैठक में 1 अगस्त के दिन भारतभर से एक लाख से अधिक स्कूल व कॉलेज में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निश्चय किया गया. इन कार्यक्रमों भारत माता की प्रतिमा का पूजन कर स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों एवं फौज में वीरगति को प्राप्त सेनानियों के प्रति सद्भावना प्रेषित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा. साथ ही देशभर के विभिन्न 75 विश्वविद्यालयों में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया जाएगा.आजादी का अमृत महोत्सव एक हजार महाविद्यालयों में मनाया जाएगा.
महासंघ के निर्णय के अनुसार जिलेभर के विद्यालयों को मिलाकर व्याख्यानमाला का आयोजन किया जाएगा. जिसमें इंडिया से भारत की ओर इस विषय पर जानकारी देने व समाज में जनजागृति करने का प्रयास किया जाएगा. महासंघ का विशेष अभियान मेरा विद्यालय ःमेरा तीर्थ पूरे देशभर में जारी है. इस अभियान के तहत छात्र, शिक्षक व अभिभावक अपने सिक्षा संस्थान को तीर्थ के रुप में जाने व उससे एक सामाजिक, अध्यात्मिक तथा भावनात्मक रिश्ता बनाये. इस उद्देश्य से विविध कार्यक्रमों का आयोजन