अमरावती/ दि. 1- महावितरण के अमरावती परिमंडल के कृषि पंप के बकाया का आंकडा 1 हजार 772 करोड तक पहुंच गया था. इसके अलावा करीबन डेढ लाख कृषि पंप धारको द्बारा पिछले 5 साल में कोई भी बिजली बिल अदा नहीं किया गया है. बढता बकाया महावितरण के लिए सिरदर्द साबित होने की संभावना है.
अमरावती परिमंडल के 1 लाख 46 हजार 815 ग्राहको ने 5 साल से अधिक समय होने के बावजूद एक दफा भी खेती का बिजली बिल अदा नहीं किया है. इस कारण उनकी तरफ 1 हजार 772 करोड 62 लाख रूपए बकाया है. जिले के मुताबिक अमरावती जिले के 5 साल से अधिक कालावधि से कोई भी बिल अदा करने प्रतिसाद न देनेवाले 77 हजार 70 कृषिपंप धारक है. उनके पास 832 करोड 42 लाख रूपए बकाया है. इसी तरह यवतमाल जिले के 69 हजार 745 ग्राहको से 940 करोड 20 लाख रूपए बकाया लेना है. बढते बकाया के कारण महावितरण का सिरदर्द बढने की संभावना है. दूसरी तरफ कृषि माल को कम दाम, नैसर्गिक संकट के कारण किसान परेशान है. इस बार किया गया खर्च भी निकलने की संभावना कम है, ऐसी स्थिति में बिजली बिल की रकम कहा से अदा करना ऐसा प्रश्न किसान के सामने है. महावितरण के कुल राजस्व में से 85 प्रतिशत खर्च बिजली खरीदी पर होता रहता है. शेष 15 प्रतिशत में लिए गए कर्ज का ब्याज , देखरेख दुरूस्ती और अन्य प्रशासकीय खर्च किया जाता है. कृषि क्षेत्र की दिनोंदिन बढती बकाया रकम महावितरण की चिंता का विषय है.