अमरावती

पर्यावरण पूरक लैम्प के रिसर्च को आस्ट्रेलिया सरकार ने पदान किया इनोवेशन पेटेंट

पारा पर्यावरण के लिए अत्यधिक घातक

  • कम ऊर्जा खर्च करके बहुत सारी ऊर्जा का बचत और ज्यादा रौशनी प्राप्त कर सकते

अमरावती/दि.10 – संगाबा अमरावती विश्वविद्यालय में भौतिकशास्त्र विभाग के पूर्व प्रमुख तथा बीएसआर फेलो डॉ.एस.के.ओमनवार के मार्गदर्शन में श्री शिवाजी कॉलेज ऑफ साइंस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.पंकज नागपुरे, शैलेश जयस्वाल की ओर से किए गए शोध को ऑस्टे्रलियाई सरकार ने इनोवेशन पेटेंट प्रदान किया है. पेटेंट का शीर्षक ‘सिंथेसिस ऑफ विजिबल क्वांटम कटिंग फॉस्फर फॉर मर्कुरी फ्री फ्लोरेसेंट लैम्प’ है. इस उपलब्धि पर अमरावती संगाबा के कुलगुरु डॉ.दिलीप मालखेडे, कुलसचिव डॉ.तुषार देशमुख, भौतिकशास्त्र विभाग प्रमुख डॉ.गजानन मुले ने अभिनंदन किया है.
वर्तमान में उपयोग में आने वाले फ्लोरोसेंट लैम्प अल्ट्रा वायलेट यूवी फोटॉन के बजाय एकल दृश्यमान फोटॉन का उत्सर्जन करते हैं. जिससे बहुत सारी ऊर्जा बर्बाद होती है. पारा एक अत्यधिक जहरीली धातु है. जिसका उपयोग ऐसे फ्लोरोसेंट लैम्प में अल्ट्रा वायलेट फोटॉन प्राप्त करने के लिए किया जाता है तथा यह पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक है. इसी कारण वर्तमान में उपयोग किए जाने वाले लैम्प पर्यावरण पूरक नहीं होने के कारण एक वैकल्पिक प्रणाली की आवश्यकता है, इसी के चलते उनका शोध विशेष रुप से महत्वपूर्ण है. शाश्वत विकास की दृष्टि से उनके प्रयास सफल रहे हैं.

कम ऊर्जा में ज्यादा रोशनी

विगत 25 वर्षों से संत गाडगे बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग की ल्यूमिनेसेंस मैटेरियल डेवलपमेंट लेबोरेटरी विभिन्न पदार्थों को लेकर अत्याधुनिक विकास कार्यों में उपयोगी सामग्री का उत्पादन कर रही है. उत्पाद का मूल उद्देश्य आयातित उत्पाद का एक विकल्प प्रदान करना तथा खुद बनाए गए उत्पाद का उपयोग बहुत कम लागत पर करना है. इस शोध में शोधकर्ताओं ने (वाईजीडी) पीओ 04: टीबी, एक कुशल हरा प्रकाश उत्सर्जक फ्लोरोसेंट पाउडर तैयार किया, जिसका उपयोग पारा मुक्त फ्लोरोसेंट लैम्प में किया जा सकता है. इस फ्लोरोसेंंट पाउडर से निकलने वाली रोशनी क्वांटम कटिंग के सिध्दांत पर आधारित है. क्वांटम कटिंग प्रक्रिया में, फ्लोरोसेंट लैम्प के अंदर लेपित फ्लोरोसेंट पाउडर एक वैक्यूम अल्ट्रा वायलेट यूवी फोटॉन को अवशोषित करता है तथा दो दृश्यमान फोटॉन का उत्सर्जन करता है. जिससे कम ऊर्जा खर्च करके बहुत सारी ऊर्जा बचा सकते हैं और बहुत सारी रोशन प्राप्त कर सकते हैं. इन फ्लोरोसेंट लैम्प में वैक्यूम अल्ट्रा वायलेट फोटॉन प्राप्त करने के लिए पर्यावरण के अनुकूल जीनान अणुओं का उपयोग किया जा सकता है.

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