* आवेदन और संपूर्ण प्रक्रिया नियमानुसार
अमरावती/ दि. 30- संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की तरफ से घोषित हुए उत्कृष्ट सेवा गौरव पुरस्कार यह चयन समिति की तरफ से चयन करते समय अनियमितता होने का आरोप संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ शिक्षण मंच की तरफ से कुलगुरु को सौंपे गए ज्ञापन में किया. किंतु कुलगुरू डॉ. बारहाते ने फिक्सींग के आरोप ठुकराते हुए स्पष्ट कहा कि पुरस्कार चयन समिति ने नियमानुसार प्रक्रिया पूर्ण की है. उसके बाद ही पुरस्कारों की घोषणा की गई. उल्लेखनीय है कि शिक्षण मंच ने निवेदन देकर आरोप लगायाथा कि पुरस्कार चयन समिति द्वारा नियमबाह्य तरीके से परस्पर आवेदन मंगवाकर अपने ही पसंदीदा लोगों को यह पुरस्कार दिया.
ज्ञापन में कहा गया था कि संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की तरफ से विद्यापीठ तथा महाविद्यालयीन स्तर पर काम करनेवाले कर्मचारियों को हर वर्ष प्राचार्य, प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी आदि विविध गुट से उत्कृष्ट सेवा गौरव पुरस्कार प्रदान किया जाता है. इसमें इस वर्ष कुलगुरु डॉ. मिलिंद बारहाते, नूटा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी, विद्यापीठ कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष अजय देशमुख, प्राचार्य फोरम के अध्यक्ष डॉ. सिकची और सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. ए.बी.मराठे की चयन समिति ने अनेक बातो में नियमों का उल्लंघन करते हुए. सेवा गौरव पुरस्कार घोषित किए गए.
कुलगुरू डॉ. बारहाते ने अमरावती मंडल से आज दोपहर बातचीत में बताया कि उन्होंने समिति सदस्यों से स्वयं जानकारी ली है. संपूर्ण प्रक्रिया नियमानुसार किए जाने का दावा कर कुलगु्ररू ने यह भी कहा कि समय सीमा के बाद सीधे विजेताओं को आमंत्रित करने का प्रावधान नियमों में रहने से, समिति ने वैसा किया. शिक्षण मंच के आरोप उन्होंने सिरे से खारिज किए.