अमरावती

कर्ज देने में किसानों की बैंक ही पीछे

जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक का हिस्सा सिर्फ 3 प्रतिशत

अमरावती/दि.10-रब्बी मौसम में किसानों को कर्ज वितरण का प्रतिशत 15 दिनों में बढ़कर 4 से 11 प्रतिशत तक पहुंचा है. इसमें किसानों की जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक का हिस्सा 3 प्रतिशत है तो राष्ट्रीय बैंकों ने 19 व निजी बैंकों ने 22 प्रतिशत कर्ज वितरण किया है.
रब्बी मौसम की शुरुआत होते ही जिले में चना व गेहूं की बुआई की जाती है. इस वर्ष भी चना का क्षेत्र गेहूं की तुलना में अधिक है. रब्बी मौसम में 1 लाख 45 हजार 181 हेक्टर क्षेत्र बुआई के लिए है. इसमें से अब तक 1 लाख 32 हजार 363 क्षेत्र में बुआई हुई है. खत्म हुआ खरीफ मौसम किसानों के लिए काफी लाभदायक नहीं रहा. अतिवृष्टि व संततधार बारिश से सोयाबीन का उत्पादन काफी कम हुआ व मूंग एवं उड़द की फसल बर्बाद हो गई. कपास का भी उत्पादन अपेक्षा से कम मिला. लेकिन कम उत्पादन में खेतमाल की बढ़ी दर किसानों को दिलासा देने वाली साबित हुई है.
रब्बी मौसम में नुकसान की भरपाई करने के लिए बुआई में जुटे किसानों ने कर्ज के लिए फिर से बैंक के दरवाजे खटखटाये. 1 अक्तूबर से बैंकों ने कर्ज वितरण की प्रक्रिया शुरु की.
सर्वाधिक 60 हजार खातेदार वाली जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ने 1038 किसानों को 7 करोड़ 71 लाख रुपए कर्ज वितरित किया है. कर्ज वितरण का ब्याज सिर्फ 3 प्रतिशत है. इस तुलना में हर समय किसानों को कर्ज देने में आनाकानी करने वाली राष्ट्रीय व निजी बैंकों ने ठीकठाक कर्ज वितरण किया है. 6023 किसानों को 62 करोड़ 2 लाख रुपए (19 प्रतिशत) तो निजी बैंकों ने 165 किसानों को 4 करोड़ 3 लाख रुपए (22 प्रतिशत) कर्ज वितरित किया है. ग्रामीण बैंकों ने भी 32 किसानों को 37 लाख रुपए (9 प्रतिशत) कर्ज दिया है.

648 करोड़ के कर्जवितरण का लक्षांक
रब्बी मौसम में 98050 किसानों के लिए 648 करोड़ रुपए कर्ज वितरण का लक्षांक निश्चित किया गया है. इस वर्ष इस मौसम में अब तक 7258 किसानों ने कर्ज लिया है. कुल लक्षांक की तुलना में 72 करोड़ 12 लाख रुपए कर्ज वितरित हुआ है.

Related Articles

Back to top button