धारणी /दि.28- शहर में पागल कुत्तों ने आतंक मचाकर 25 लोगों को काटने के बाद नागरिक पहले ही दहशत में थे. अब उसी में गांव से सटे मक्के के खेत में मादा भालू ने भैंस के बछडे का शिकार करने से किसानों के साथ नागरिक दहशत के नीचे जी रहे हैं.
2 दिन पूर्व धारणी से सटे एक खेत में भैस के बछडे पर हमला कर मादा भालू ने उसे मार डाला. गोरेलाल ओंकार शेलके के पालतू मवेशी कृष्णा मालवीय के खेत में रखे जाते थे. आसपास के खेतों में मादा भालू छिपकर बैठी होगी. ऐसा संदेह गोरेलाल ने व्यक्त किया है. 26 जनवरी को वनपरिक्षेत्र अधिकारी पुष्पा सातारकर के मार्गदर्शन में खेत के मेड पर ट्रैप कैमरे व वन्यपशु को पकडने के लिए लोहे के पिंजरे भी लगाए हैं. मादा भालू के वास्तव्य तथा विष्ठा के आधार पर उसी राह पर पिंजरे लगाए गए हैं. वनपाल प्रल्हाद चंद्रे सर्वत्र नजर रख रहे हैं. फिर भी रविवार की रात एक भी कैमरे में मादा भालू नहीं दिखाई दी.
जानकारी के अनुसार मादा भालू के पद चिन्ह और झोपडी के पास विष्ठा भी मिली है. घटनास्थल के समीप ही बांसपानी का जंगल रहने से वह यहां तक आई होगी, ऐसा अनुमान है. पहले पागल कुत्तों के आतंक से दहशत के बीच मांडवा रोड और श्रीराम नगरी से सटे खेत में मादा भालू के मुक्त संचार से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हुआ है. गोरेलाल को मुआवजा दें और मादा भालू को पिंजरे में बंद करें, ऐसी मांग धारणीवासियों ने की है. खूंखार वन्यपशु पकडने का कौशल या प्रशिक्षण प्रादेशिक वनविभाग के कर्मचारियों को नहीं मिला है, यही बात इस घटना से फिर एक बार उभर कर समाने आयी है.