-
उद्योग, व्यापार व रोजगार को बढावा मिलेगा
-
केंद्रीय बजट पर शहर के चार्टर्ड अकाउंटन्ट की राय
अमरावती/दि.2 – कल मंगलवार के दिन केंद्र सरकार के पेश किये गए बजट में व्यक्तिगत तौर पर भले ही आम आदमी को किसी भी तरह राहत नहीं मिली है, लेकिन उद्योग, व्यापार जगत के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से बजट में आने वाले पांच से आठ वर्ष में बजट का बेहतरीन असर अर्थव्यवस्था पर दिखाई देगा. भविष्य में आम आदमी को भी लाभ मिलेगा, ऐसी राय बजट सत्र पर आधारित शहर के चार्टर्ड अकाउंटन्ट ने व्यक्त की है. स्थानिय सातुर्णा मार्ग पर स्थित सीए भवन में डब्ल्यूआईआरसी की अमरावती शाखा व्दारा बजट का लाइव प्रसारण तथा चर्चा सत्र रखा गया था, इस समय वे बोल रहे थे.
बजट चर्चा सत्र के कार्यक्रम में अमरावती शाखा अध्यक्ष सीए सुनील सलामपुरिया, सचिव सीए पवन जाजू, वरिष्ठ मार्गदर्शक सीए विनोद तांबी, सीए ललित तांबी, सीए निलेश लाठिया, सीए संजय लखोटिया, सीए आदित्य खंडेलवाल आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे. वरिष्ठ मार्गदर्शन सीए विनोद तांबी ने बताया कि, व्यापार व उद्योग की दृष्टि से केंद्र सरकार का यह बजट बहुत ही प्रभावी है. केवल एक वर्ष नहीं बल्कि लंबे समय के लिए फायदेमंद साबित होगा. केंद्र सरकार ने जीएसटी कलेक्शन बढाया है. जिसका असर यह है कि, देश की अर्थव्यवस्था सुधरने लगी है. इस वर्ष जनवरी माह तक केंद्र सरकार ने 1.45 लाख करोड की जीएसटी वसूल की है. जीएसटी पंजीयन और तकनीकी समस्याओं को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार ने जीएसटी में बदलाव किये है. उससे कुछ वक्त के लिए व्यापारियों को परेशानी हो सकती है, लेकिन इस नई प्रणाली को व्यापारी जल्द से जल्द अपनाए, उन्हें व्यापार में लाभ मिलेगा. साथ ही जीएसटी भरने के लिए व्यापारियों को ओर अधिक सुविधा प्राप्त्ा होगी.
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के वक्त जो लोग अपना रिटर्न भरने में पिछड गए, ऐसे लोगों को सरकार ने नवंबर तक का वक्त दिया है. यानी अब उन्हें सितंबर तक इंतजार करने की जरुरत नहीं रहेगी. वे वर्ष के अंतिम तक रिटर्न अपडेट कर उसका लाभ ले सकते है. एमएसएनई व स्टार्टअप जैसे उपक्रमों की केंद्र सरकार ने समयावधि बढाई है. इससे ज्यादा से ज्यादा लोग व छोटे उद्योजक इन योजनाओं से जुडने की कोशिश कर अपने उद्योगों को गति दे सकते है. सीए ललित तांबी ने कहा कि, यह पूरा बजेट इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढावा देता है. केंद्र सरकार ने आर्थिक स्थिति सुधारने के बाद अब चायना की तर्ज पर इन्फ्रास्ट्रक्चर और निर्यात पर अधिक जोर देने की दृष्टि से विचार किया है. इस वजह से सरकार ने यातायात सेवा के साथ वस्तु विनियोग व उत्पादनों के आयात-निर्यात पर विशेष ध्यान दिया है. इस तरह के पैकेज उन्होंने तैयार किये है. इसके कारण भारत में आयात होने वाले उत्पादनों से अधिक निर्यात के साथ अर्थव्यवस्था को गतिशिल बनाने की पहल की गई है. उपस्थित अन्य चार्टर्ड अकाउंटन्ट ने भी अपनी राय व्यक्त की. केंद्र सरकार व्दारा प्रस्तुत आम बजट बहुत अच्छा बजट होने की बात कही. केंद्र सरकार ने केवल कुछ समय के लिए नहीं बल्कि अच्छे भविष्य के लिए बजट पेश किया है, ऐसा कहते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सितारमण का अभिनंदन किया. कार्यक्रम में कोरोना के नियमों का पूरी तरह पालन किया गया.