अमरावतीमहाराष्ट्र

अंजनगांव उपज मंडी के संचालक मंडल ने निकाला सचिव का पदभार

सचिव पद का प्रभार दिया लेखापाल को

अंजनगांव सुर्जी/दि.25– स्थानीय कृषि उपज मंडल के संचालक मंडल ने सचिव गजानन नवघरे पर मनमानी, अनुशासन का उल्लंघन, मंडी की कामकाज की तरफ की गई अनदेखी, बगैर अनुमति के लगातार अवकाश पर जाना आदि कारणों से कार्रवाई करते हुए उनका सचिव पद का पदभार निकाल लिया है. इस पद का प्रभार लेखापाल दीवाकर पोटे को सौंपने का प्रस्ताव मंडी की 17 जनवरी को हुई संचालक मंडल की सभा में मंजूर किया गया है. इस बाबत अमल करने के आदेश सभापति ने दिए हैं.

उपज मंडी का सचिव पद काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन सचिव गजानन नवघरे की लापरवाही और मनमानी के कारण मंडी का दैनंदिन कामकाज लचर होने की बात लगातार संचालक मंडल के प्रकाश में आई है. उपज मंडी का चालू वर्ष का वित्तिय बजट महाराष्ट्र राज्य कृषि पणन मंडल पुणे को 31 जनवरी तक मंजूरी के लिए प्रस्तुत करना है. साथ ही मंडी के आर्थिक व्यवहार का पिछले दो साल का ऑडिट प्रलंबित रहने से उसकी शुरुआत हुई है. उसे पूर्ण करने की जिम्मेदारी सचिव के तौर पर नवघरे की रहते उन्होंने जानबूझकर अनदेखी की. इस कारण उपज मंडी का कामकाज लंबित और ठप रहने से मंडी को काफी नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. उपज मंडी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रुप में मंडी के दैनंदिन कामकाज की तरफ सचिव नवघरे की होने वाली अनदेखी, संचालक मंडल के सदस्य व सभापति से तनातनी, मंडी की गोपनीयता बाबत निर्माण हुआ संदेह आदि बातों का विचार करते हुए संचालक मंडल की हाल ही में हुई सभा में गजानन नवघरे की तरफ रहा सचिव का पदभार निकालकर उसे लेखापाल दीनकर पोटे की तरफ सौंपा गया है. नवघरे को आगामी आदेश तक उपज मंडी के अकार्यकारी कर्मचारी पद देने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में पत्र भी नवघरे को दिया गया है.

* मंडी के कामकाज में रोडा डालने से कार्रवाई
उपज मंडी के नए संचालक मंडल ने 8 माह पूर्व ही पदभार स्वीकारा है. इस अवधि में सचिव ने संचालक मंडल की बार-बार दिशाभूल की. साथ ही गोपनीयता का उल्लंघन किया है. जनप्रतिनिधियों के साथ अपमानास्पद बर्ताव करना, लगातार अवकाश और किसी न किसी कारण से मंडी के कामकाज में रोडा डालने के कारण सचिव का अधिकार निकालने की कार्रवाई की गई है. संचालकों व्दारा लिया गया निर्णय उपज मंडी को प्रगति की दिशा में एक कदम आगे ही ले जाएगा.
– एड. जयंत साबले,
सभापति कृउबास, अंजनगांव सुर्जी

* यह मेरे साथ अन्याय
यह गलत तरीके से लिया गया निर्णय है. मेरे साथ अन्याय हुआ है. न्याय के लिए अदालत में गुहार लगाउंगा.
– गजानन नवघरे,
सचिव उपजमंडी, अंजनगांव सुर्जी

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