करोड रुपये लगाकर तैयार किए गए ओटे देख रहे उद्घाटन का रास्ता
भाजी बाजार में बढ रही भीड, रास्ते पर ही लग रही सब्जी दुकाने
* रास्ता तंग होने से होते है वाहन चालकों व सब्जी विक्रेताओं के बीच विवाद
मोर्शी/दि.4– स्थानीय नगर परिषद की ओर से साप्ताहिक बाजार में करोडो रुपये खर्च कर सब्जी विक्रेताओं के लिए सिमेंट के ओटे बनाए गए है. मगर यह ओटे पूर्ण तैयार होने के बाद भी अब तक उपयोग में नहीं लिए जा पा रहे है. जिसके कारण गांधी मार्केट के सामने भाजी बाजार लगने से इस स्थान पर बडी भीड होती है. कई बार रास्ता तंग होने के कारण यहां पर हमेशा ही सब्जी विक्रेताओं व वाहन चालकों के बीच नित विवाद होते रहते है. नये बनाए गए ओटे तुरंत भाजी विक्रेताओं को देकर गांधी मार्केेट के सामने का अतिक्रमण कम करने की मांग की जा रही है.
जयस्तंभ चौक से पेठपुरा की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर गांधी मार्केट है. इस मार्केट के सामने स्थित रास्ते के किनारे अनेक वर्षो से सब्जी विक्रेता बैठ कर सब्जी बेचते है. शहर में किसी भी स्थान पर अधिकार की जगह न रहने के कारण अनेक सब्जी विक्रेता उस स्थान पर सब्जी बेचने के कारण इस स्थान पर नागरिकों की भारी भीड रहती है. इस परिसर का रास्ता तंग होने के कारण इस स्थआन पर वाहन चालकों को वाहन चलाते समय तार पर चलने जैसी कसरत करनी पडती है. शहर के मुख्य बाजार इसी स्थान पर रहने के कारण बडी संख्या में महिला आती है, मगर इन रास्तं पर ही भीड रहने के कारण महिलाओं को रास्ते पर चलते समय दिक्कते आती है. अधिकांश समय इन रास्तों पर जाते समय वाहनों की टक्कर होने के कारण हल्की-फूलकी दुर्घटनाएं भी होती है. जिसके कारण हमेशा ही विवाद का कारण बनता है. इस वजह से सब्जी विक्रेताओं को उनके हक की जगह देने की मांग बढ रही है.
इन भाजी विक्रेताओं के लिए करोड रुपये खर्च कर दमयंती नदी के किनारे सिमेंट के ओटे बनाए गए है. मगर विगत अनेक महिने से यह ओटे तैयार होने के बावजुद भी नगर परिषद की ओर से ओटे सब्जी विक्रेताओं को किराया तत्व पर नहीं दिया गया. जिसके कारण करोडों रुपये खर्च कर के भी तैयार किए गए ओटे उद्घाटन के रास्ते देख रहे है. नगर परिषद में फिलहाल पूरा समय मुख्याधिकारी व नगराध्यक्ष न रहने से यह विषय ठंडे बस्ते में चला गया है. जिसके कारण विधायक को इस विषय के लिए आगे आकर काम पूर्ण करने की मांग शहर में की जा रही है.