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मनपा के सिर पर 360 करोड रुपयों के बकाये का बोझ

हर माह हो रही बकाये में वृद्धि

* ठेकेदारों ने अपनाई आंदोलन की भूमिका
अमरावती/दि.8 – स्थानीय महानगरपालिका पर रहने वाला दायित्व करीब 360 करोड रुपयों के आसपास पहुंच चुका है, जो मार्च 2024 में 326.62 करोड रुपए था तथा विगत 3 माह के दौरान भी पुराने बकाये और जारी देयकों का भुगतान नहीं होने के चलते इसमें जून माह के अंत तक 34 से 35 करोड रुपयों का बकाया जुड गया और अब मनपा प्रशासन की ओर करीब 360 करोड रुपए का बकाया बचा हुआ है, जिसका भुगतान करने को लेकर मनपा प्रशासन के हाथ-पांव फूल रहे है.
जानकारी के मुताबिक इन 360 करोड रुपयों में से लगभग 110 करोड रुपए प्रशासन को मनपा में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों सहित निवृत्तों के वेतन व पेंशन सहित छठवे व सातवे वेतन आयोग की थकबाकी के तौर पर अदा करने है. वहीं महावितरण और मजीप्रा को 44 करोड रुपए अदा करने है. मनपा की स्वउत्पन्न में रहने वाली मर्यादा, अटकी पडी सरकारी निधि और आस्थापना खर्च में हुई वृद्धि के चलते मनपा के सिर पर बकाया राशि का बोझ बढता जा रहा है.

* पुराने सफाई ठेकेदारों द्वारा आंदोलन
मार्च 2024 तक कार्यरत रहने वाले पुराने सफाई ठेकेदारों के करीब 16 करोड रुपए मनपा की ओर बकाया है. जिसमें जून माह तक और भी अधिक वृद्धि हुई है. पुराना सफाई ठेका जनवरी 2024 में ही खत्म हो गया था. परंतु अब तक उन ठेकेदारों को निविदा भरते समय जमा कराई गई 10.50 करोड रुपयों की सुरक्षा निधि वापिस नहीं की गई है. साथ ही इस निधि को मनपा द्वारा कहां खर्च किया गया. इसका भी कोई हिसाब प्रशासन के पास नहीं है. ऐसे में अपने बकाया देयकों व सिक्युरिटी डिपॉझिट के लिए पुराने सफाई ठेकेदारों द्वारा बार-बार आंदोलन की भूमिका अपनाई जा रही है.

* निर्माण ठेकेदारों के 25 करोड बकाया
निर्माण ठेकेदारों के भी 25 करोड 23 लाख 20 हजार 600 रुपए अमरावती मनपा की ओर बकाया है. साथ ही आपूर्तिकर्ताओं के भी 2 करोड रुपए अटके हुए है. यह आंकडा मार्च 2024 तक का है. जिसके बाद विगत 3 माह के दौरान इस आंकडे में और भी अधिक वृद्धि हुई है.

* मजीप्रा व महावितरण के 44 करोड रुपए बकाया
मनपा की ओर जलापूर्ति की एवज में मजीप्रा के 13 करोड रुपए तथा विद्युत आपूर्ति की एवज में महावितरण के 11 करोड रुपए के देयक बकाया है. जिनका भुगतान विगत लंबे समय से मनपा द्वारा नहीं किया जा रहा है. वहीं महावितरण द्वारा किसी परिसर की विद्युत आपूर्ति खंडित किये जाने पर मनपा द्वारा 1-2 करोड रुपए भरकर समय निकाल लिया जाता है. महावितरण द्वारा अपने बकाया भुगतान हेतु शहर में इससे पहले कई बार अलग-अलग इलाकों के स्ट्रीट लाइट की विद्युत आपूर्ति खंडित की जा चुकी है. वहीं मजीप्रा द्वारा मनपा प्रशासन को कई बार नोटीस जारी की जा चुकी है.

* मार्च 2024 तक महानगरपालिका पर कुल 326 करोड 62 लाख रुपयों का दायित्व था. 15 वे वित्त आयोग की निधि नहीं आने के चलते कई देयकों का भुगतान लटक गया है. इसकी वजह से जून माह के अंत तक कुछ दायित्वों में कुछ करोड रुपयों की वृद्धि हुई है. जिसमें से 100 करोड रुपए मनपा में कार्यरत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ही देय है.
– डॉ. हेमंत ठाकरे,
मुख्य व लेखाधिकारी,
अमरावती मनपा.

* ऐसा है मनपा पर दायित्व
कार्यरत व निवृत्त अधिकारी-कर्मचारी वेतन व थकबाकी – 74.11 करोड.
सेवानिवृत्त कर्मचारियों के उपदान व अर्जीत अवकाश – 19.65 करोड.
डीपीएस योजना में मनपा का हिस्सा – 7.06 करोड.
एनर्जी इफिशियंसी सर्विस लिमिटेड – 28.08 करोड.
विद्युत व जलापूर्ति देयक – 44 करोड.
स्वच्छता व निर्माण ठेकेदार व आपूर्तिकर्ता – 43 करोड.
अकोली भूसंपादन – 41.58 करोड.
निर्भय जलापूर्ति योजना – 49.88 करोड.
जलापूर्ति योजना चरण क्रमांक-2 – 8.52 करोड.

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