पुलिस थाने के पीछे ही चल रहा था नकली खाद का गोरखधंधा
माहुली जहांगिर पुलिस को नहीं थी कानोकान खबर
* कृषि विभाग की कार्रवाई से उजागर हुआ मामला
* अब व्यापक स्तर पर चल रही मामले की जांच
* आंध्र व एमपी की खाद कंपनियां राडार पर
* पुलिस के चार दल हुए अलग-अलग राज्यों में रवाना
* 4 आरोपियों को 22 अगस्त तक पुलिस कस्टडी
अमरावती /दि.21- विगत शनिवार को माहुली जहांगिर में कृषि विभाग द्बारा पुलिस का सहयोग लेकर अनंत वाठोडकर नामक व्यक्ति के खेत में बने गोदाम पर छापा मारा गया था. जहां से करीब 2 करोड 30 लाख रुपए मूल्य की नकली खाद जब्त की गई थी और चार लोगों को हिरासत में लिया गया था. विशेष उल्लेखनीय है कि, यह गोदाम माहुली जहांगिर पुलिस स्टेशन के ठीक पीछे ही स्थित है. जहां से करोडों रुपयों की अनधिकृत खाद का गोरखधंधा चल रहा था. लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस को इस गोरखधंधें की कानोकान खबर नहीं थी. जिसे लेकर आश्चर्य जताया जा रहा है. साथ ही अब यह भी पता चला है कि, नकली खाद का व्यवसाय करने वाले लोगों द्बारा खाद की घर पहुंच डिलेवरी देने का फंडा अमल मेें लाया जा रहा था. जिसके तहत गोदाम से लोड होकर निकलने वाले ट्रकों में पहले नकली खाद की खेप भरी जाती थी और फिर सागौन पौधों के के्रट लगाकर इसे छिपा दिया जाता था. जिसके चलते जहां से चलने वाला असली खेल किसी के समझमें ही नहीं आता था. परंतु इसे लेकर मिली गुप्त सूचना के आधार पर कृषि विभाग के दल ने जब विगत शनिवार को कार्रवाई करते हुए इस गोदाम से 2.39 करोड रुपयों की अनधिकृत खाद का स्टॉक जब्त किया, तो चहूंओर अच्छा खासा हडकंप मच गया.
जानकारी के मुताबिक नकली खाद मामले की व्यापकता को देखते हुए इसकी जडों को खोजने हेतु जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल ने शनिवार की रात ही चार जांच पथक गठित किए है. जिसके तहत एसडीपीओ सूर्यकांत जगदाले के नेतृत्व में पांच अधिकारी व 20 पुलिस कर्मचारी नियुक्त किए गए है और इन चारों पथकों को देश के अलग-अलग राज्यों में भेजा गया था. बता दें कि, जब्त किए गए नकली खाद को जिन बोरों में भरकर पैक किया जा रहा था. उन बोरों पर 13 अलग-अलग कंपनियों के नाम दर्ज है और कंपनियों का पता जबलपुर, मंडला व हैदराबाद लिखा हुआ है. ऐसे में संबंधित स्थानों पर सच में ऐसी कंपनियां अस्तित्व में है अथवा नहीं और अस्तित्व में रहने वाली कंपनियों के पास खाद विक्री की मान्यता है अथवा नहीं. इसकी जानकारी को अब खंगाला जाएगा. जिसके चलते इस मामले में आरोपियों की संख्या और भी अधिक बढ सकती है.
* गोदाम में होती थी पैकिंग, 400 खाली बोरे भी मिले
पता चला है कि, माहुली जहांगिर स्थित गोदाम में ही नकली रासायनिक खाद की पैकिंग करते हुए उसे जिले के बाहर अपने प्रतिनिधियों के मार्फत अलग-अलग गांवों में एमआरपी से कम किमत पर बेचा जाता था. छापे के दौरान इस गोदाम से 13 अलग-अलग कंपनियों के नाम वाली रासायानिक खादों की 400 से अधिक खाली बैग और पैकिंग मशीन भी बरामद हुई. साथ ही महाराष्ट्र में विक्री हेतु प्रतिबंधित रहने वाली खाद की 25 व 40 किलो पैकिंग वाली 11789 बैग भी पकडी गई.
* दानेदार खाद पर बनावट प्रोटींग की संभावना
खाद के सैंपलों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भिजवा दिया गया है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले को लेकर पुख्ता तौर पर पूरी जानकारी सामने आएगी. दानेदार खाद पर दोयम दर्जे वाले खाद की प्रोटींग लगाए जाने का संदेह कृषि विभाग द्बारा जताया गया है. इससे पहले भी एक मामले में नकली डीएपी खाद को लेकर ऐसा ही प्रकार उजागर हुआ था.
* इन कंपनियों की होगी जांच
जबलपुर की विजया नवभारत फर्टीलाइजर्स व विनग्रो नवभारत फर्टीलाइजर्स, मंडला की वैम डाइमंड डी बायोटेक्नॉलॉजी, लीडर शिवशक्ति बायो, खजाना बायो व भानुस शिवशक्ति बायो तथा हैदराबाद की धनिक शिवशक्ति एग्रोटेक, धरनी शिवशक्ति एग्रोटेक, जुपिटर शिवशक्ति एग्रोटेक, धनराज शिवशक्ति एग्रोटेक, जोश शिवशक्ति एग्रोटेक व खास शिवशक्ति एग्रोटेक इन कंपनियों को कृषि विभाग द्बारा अपनी जांच के दायरे में लिया जा रहा है. क्योंकि माहुली जहांगिर के गोदाम में मारे गए छापे के दौरान नकली खाद के साथ इन्हीं कंपनियों के नामवाले बोरे बरामद हुए है.
* सायबर पीआई व कृषि विभाग की ली जा रही सहायता
नकली खाद से संबंधित मामले की जांच में पुलिस पथक को तकनीकी सहायता प्राप्त हो, इस हेतु सायबर सेल के पुलिस निरीक्षक व उनके पथक तथा अमरावती पंचायत समिति के कृषि अधिकारी उद्धव भायेकर व उनकी टीम भी पुलिस पथक के साथ रहेंगे.
* खाद के सैम्पलों को जांच हेतु प्रयोगशाला में भेज दिया गया है. इस मामले में कुद खाद कंपनियां संदेहास्पद लग रही है. जिसके चलते पुलिस की सहायता से जांच हेतु अलग-अलग स्थान पर पथक भेजे गए है. हर ओर से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पूरा मामला स्पष्ट होगा.
– अजित तलेगांवकर,
कृषि विकास अधिकारी