धामनगांव में खाटू नरेश श्रीश्यामबाबा का प्रगट उत्सव 8 से
बहुप्रतीक्षित रंगरंगीला फागुन मेला

* पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान एवं भजन संध्या
* श्री.बालाजी खाटूश्याम सेवा समिती का दशम आयोजन
* 10 मार्च को निकलेगी निशान यात्रा
धामनगांव रेल्वे/दि.3-राजस्थान के जयपुर से करीब 80 किमी की दूरी पर स्थित करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र खाटूधाम के कलयुग अवतारी बाबा श्रीश्याम का पांच दिवसीय रंगरंगीला फागुन मेला शनिवार 8 मार्च से बुधवार 12 मार्च तक हजारों भक्तों के सानिध्य में धार्मिक अनुष्ठान तथा मनोरंजन के लिए प्रदर्शनी (अम्यूजमेंट पार्क) जिसमें विविध झुले, व्यंजनों के स्टॉल रहेंगे. जिसकी प्रतीक्षा धामनगांव रेल्वे तथा परिसर के सभी धर्म अनुरागियों को रहती हैं. खाटू नरेश बाबा श्रीश्याम के प्रगटोत्सव पर स्थानीय सेफला हाईस्कूल के सामने जे. बी. पार्क स्थित श्रीबालाजी-खाटू श्याम मंदिर में विगत 9 वर्षों से प्रतिवर्ष फागुन माह की एकादशी के पावन पर्व पर रंगरंगीले फागुन मेले का आयोजन श्रीबालाजी-खाटू श्याम सेवा समिति द्वारा किया जाता है. फागुन शुक्ल पक्ष की नवमी से फागुन शुक्ल तेरस तक लगनेवाले इस विशाल मेलें में 5 दिनों तक प्रतिदिन बाबा श्रीश्याम की मूर्ति को रंग-बिरंगे फूलों से मनोहारी शृंगार किया जाता है. शाम 6 बजें से शुरू होनेवाले मेलें के उपलक्ष में बाबा श्रीश्याम की दिव्य पावन ज्योत जगाई जाती है. और मंदिर के साथ ही मंदिर परिसर के विशाल प्रांगण में श्रीश्याम भजन संध्या भी रखी जाती है. जिसमें संपुर्ण भारतवर्ष में श्याम जगत के सुविख्यात भजन गायक अपनी सुमधुर वाणी से उपस्थित श्याम भक्तों को मंत्रमुग्ध करते हैं.
मंदिर परिसर के समीप और मेले में आनेवाले सभी भक्तों के लिए रोजाना प्रसाद रुपी भंडारा आयोजित किया जाता है. जिसका लाभ हजारों भक्त लेते हैं. बाबा श्रीश्याम के दर्शन हेतु एकादशी के दिन भक्तों लंबी कतार लगती है. मेले में आनेवाले सभी धर्म अनुरागी मेला व्यवस्थापन के लिए तन-मन-धन से सहयोग करते हैं तथा अनुशासन का सहृदयता से पालन करते हैं. जिससे हजारों भक्तों की भीड़ में भी सभी भक्त मेले का आनंद लेते दिखाई देते है. इस वर्ष 8 मार्च शनिवार को शुरु होने वाले मेले के प्रथम दिवस पर अमरावती की सुविख्यात भजन प्रवाहिका सुश्री. स्वर मीरा स्वर श्री जी द्वारा श्रीश्याम आराधना की प्रस्तुति होगी. 9 मार्च रविवार को पुकार बालक की नागपुर के मास्टर कार्तिक यादव एवं गृप द्वारा प्रस्तुती होगी. तथा 11 मार्च मंगलवार को सुबह 8.30 बजे से 11.30 तक द्वादशी (बारस) की पावन ज्योत जगाई जायेगी, जिसका श्रीश्याम जगत में अनन्य महत्व है. जिसमें श्रीश्याम बाबा को सर्वाधिक प्रिय चुरमा (सव्वामणी) और खीर का भोग लगाकर भक्तों में वितरित किया जाता है.
इसी दिन शाम 6 बजे से मुंबई की सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री.दिव्या (बिट्टू) तिवारी के मुखारविंद से ‘मिलेंगे श्याम किर्तन में ’ यह श्याम भजन संध्या होगी. मेले का समापन बुधवार 12 मार्च को शाम 6 बजे आयोजित विशाल भजन संध्या ‘श्याम से मिलन होगा हमारा..’ की प्रस्तुति दुर्ग (छत्तीसगढ़) की सुप्रसिद्ध गायिका ट्वींकलजी खेमुका (पारख) के मधुर वाणी से होगी.
* विशाल निशान यात्रा
10 मार्च को सुबह विशाल निशान यात्रा 10 मार्च सोमवार को सुबह 9 बजे लकड़ी से बने हस्तचालित रथ पर विराजित बाबा श्रीश्याम की मूर्ति (विग्रह) की विशाल निशान यात्रा स्थानीय जे.बी. जिन से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से मार्गक्रमण करते हुए जे.बी. पार्क स्थित श्रीबालाजी -खाटुश्याम मंदिर पहुंचेगी. इस निशान यात्रा में महाकाल झांझ पथक, भजन दिंडी तथा परंपरागत राजस्थानी पहरावे के साथ महिला तथा पुरुष बाबा का निशान (ध्वजा) हाथों में लेकर सम्मीलीत होंगे. निशान यात्रा का स्वागत जगह जगह पर ज्योतपुजन कर भक्तों द्वारा जलपान व्यवस्था के साथ किया जाएगा.
* विविध स्थान से आते है दर्शनार्थी
एकादशी के दिन लगभग संपूर्ण दिवस बाबा के दर्शन हेतू मंदिर के पट खुले रहते हैं. जिसका लाभ हिंगणघाट, वर्धा, आर्वी, पुलगांव, देवली, अमरावती, यवतमाल, चांदूर रेल्वे से आनेवाले दर्शनार्थी लेते हैं. इस अवसर पर तलेगांव दशासर, आर्वी, तथा चांदूर रेल्वे से पैदल निशान लेकर श्यामभक्त डीजे की धुन पर थिरकते आते है.
* छप्पन भोग अर्पित किया जाएगा
शाम 6 बजे ‘किर्तन की है रात’.. में छत्तीसगढ़ राजनांदगांव की युवा भजन प्रवाहीका सुश्री राधीका शर्मा अपनी कोकीलकंठी मधुर वाणी से भक्तों को श्रीश्याम भक्ति की रसगंगा से जोड़ेगी. इसी दिन बाबा श्रीश्याम को छप्पन भोग अर्पित कर रात 10 बजे महाआरती होगी. इस विशाल रंगरंगीले फागुन मेले की तैयारियां जोर शोर से शुरु है. भक्तों ने अधिकाधिक तादाद में इस मेले का आनंद लेने की अपील श्री बालाजी-खाटू श्याम सेवा समिती द्वारा की गई है.