45 वर्षो से विकास की राह देख रहा कब्रस्तान
वलगांव के पिंजारा कब्रस्तान की हालत हो गई दयनीय
* कोई जनप्रतिनिधि नहीं देता है ध्यानः नागरिकों ने लगाया आरोप
अमरावती/दि.12– वलगांव के पिंजारी कब्रस्तान की हालत विगत 45 वर्षो में बहुत ही दयनीय हो चुकी है. जिसके कारण इस कब्रस्तान की हालत देखकर हर किसी का दिल पसीज रहा है. मगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व्दारा किसी तरह का भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वही कब्रस्तान की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि पिछले 5 महिने पहले ही एक मय्यत को दफन किया गया था. मगर यह कब्र पानी के कारण बैठ गई. जिसे परिसर के नागरिकों ने मिट्टी डाल कर बुझाया.
नाले का पानी घुसता है कब्रस्तान में
बता दें कि दो दिन पहले आयी जोरदार बरसात के कारण पिंजारी कब्रस्तान से लगकर नाले का पानी पुरे कब्रस्तान में घुस गया था. जिस कारण पिछले 5 माह पूर्व की ही एक कब्र में पानी जाने के कारण यह कब्र खुल गई और कब्र के भीतर मिट्टी धस गई थी. परिसर के नागरिकों की नजर पडने पर नागरिकों ने उस कब्र पर मिट्टी डालकर दोबारा बंद किया.
वालकम्पाऊंड न होने के कारण जाता है पानी
परिसर के नागरिकों के अनुसार कब्रस्तान में वॉलकम्पाउंड न होने के कारण नाले का व बारिश का पानी कब्रस्तान में घुस जाता है. जिसके कारण नर्म मिट्टी होने की वजह से कब्रों के भीतर पानी घुस जाता है. यहां स्थित कब्र दब जाती है. जिसके कारण भीतर रखे शव साफ दिखाई देते है. ऐसे में आवारा कुत्ते व जंगली जानवर कब्रस्तान में प्रवेश कर शवों को नुकसान पहुंचाते है. दुसरी ओर कब्रस्तान में वॉल कम्पाउंड न होने के कारण पशु पालक अपने जानवरों को कब्रस्तान के भीतर से लेकर गुजरते है. जिसकी वजह से भी कब्रों को काफी नुकसान हो रहा है.
45 वर्षो से कोई नहीं है वाली
वलगांव स्थित पिंजारा कब्रस्तान स्थापित करने के लिए लगभग 45 वर्ष हो चुके है. मगर किसी भी जनप्रतिनिधि ने अभी तक इसकी कोई सुध नहीं ली. जिसके कारण यहां के नागरिकों की नाराजगी प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के खिलाफ दिखाई दे रही है. नागरिकों का कहना है कि सरकार स्मशान भूमि व कब्रस्तान भूमि के विकास के लिए विशेष निधि के मार्फत विकास कार्य करती है. मगर पिछले एक भी जनप्रतिनिधियों ने इस ओर ध्यान न देने का आरोप भी नागरिकों ने लगाया.
वक्फ को दिया निवेदन
वलगांव के नागरिकों के अनुसार पिंजारी कब्रस्तान के विकास के लिए अभी तक यहां के कई जनप्रतिनिधियों सहित वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वजाहत मिर्जा को भी इस बाबत निवेदन देकर कब्रस्तान की वॉलकम्पाऊंड व विकास के लिए मांग की गई है. मगर अभी तक किसी भी तरह की दखल न लेने का आरोप नागिरकों व्दारा किया जा रहा है. वही आगामी विधानसभा में इसका नतीजा जनप्रतिनिधियों को देखने मिल सकता है. ऐसी चेतावनी भी नागरिकों ने दी है.