केंद्र व राज्य सरकारों ने किसानों को छोडा भगवान भरोसे
प्रदेश नेता रविकांत तुपकर ने लगाया पत्रवार्ता में आरोप
* 12 से स्वाभिमानी शेतकरी संगठन करेगा आंदोलन
अमरावती/दि.8- समूचे राज्य में अतिवृष्टि की वजह से किसानों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. जिसके तहत विदर्भ क्षेत्र में सोयाबीन व कपास उत्पादक किसानों को काफी हानी उठानी पडी है. किंतु राज्य की महाविकास आघाडी सरकार ने जहां एक ओर किसानों को मदद के नाम पर भीक देने का काम किया है, वहीं केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों को एक रूपये की भी सहायता नहीं दी है. दीपावली खत्म हो जाने के बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा किसानों के खाते में एक नया पैसा जमा नहीं कराया गया. इस आशय का आरोप लगाते हुए स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के प्रदेश नेता रविकांत तुपकर ने कहा कि, केेंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा किसानों को भगवान भरोसे छोड दिया गया है.
गत रोज जिला मराठी पत्रकार संघ के वालकट कंपाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रकार परिषद में उपरोक्त प्रतिपादन के साथ ही रविकांत तुपकर ने कहा कि, सोयाबीन व कपास को योग्य भाव मिलने सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा आगामी 12 नवंबर से आंदोलन किया जायेगा और जब तक किसानों को इन्साफ नहीं मिल जाता, तब तक स्वाभिमानी शेतकरी संगठन चैन से नहीं बैठेगा.
इस पत्रकार परिषद में प्रवीण मोहोड, अमीत अढावू, शैलेश ढोबले, भगवान वानखडे, निलेश कोहले व अमोल महल्ले आदि उपस्थित थे.
… तो महावितरण कार्यालय में लगा देंगे आग
इसके साथ ही रविकांत तुपकर ने इन दिनों महावितरण द्वारा बकाया विद्युत बिलों की वसूली के नाम पर किसानों के विद्युत कनेक्शन काटे जाने की कार्रवाई पर संताप व्यक्त करते हुए कहा कि, यदि महावितरण ने किसानों के विद्युत कनेक्शन काटने बंद नहीं किये, तो स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा महावितरण कार्यालय में आग लगा दी जायेगी. साथ ही उन्होंने किसानों से भी आवाहन किया कि, अगर महावितरण का कोई अधिकारी या कर्मचारी विद्युत कनेक्शन काटने आता है, तो उसके कान के नीचे दो-चार झापड लगाये.