अमरावती

जंगली सब्जियां बनी आकर्षण का केंद्र

महोत्सव में 50 से अधिक लोगों ने लगाए स्टॉल

  • तहसील कृषि विभाग व आत्मा प्रकल्प ने किया था आयोजन

मारेगांव/प्रतिनिधि दि.१३ – ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली सब्जियों का एक अनूठा सामान्य महत्व था. इन जंगली सब्जियों ने देश में भोजन की कमी के समय में जीवित रहने समाज को बहुत सहारा दिया है. फल्लियां अच्छे समय के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. इनमें औषधीय गुण होते हैं. जैसे-जैसे समय बितने के साथ समाज इस सब्जी के बारे में भूल गया. 10 अगस्त को तहसील कृषि विभाग और समाज में जनजागृति के लिए आत्मा प्रकल्प की ओर से जंगली सब्जियों के मेले का आयोजन किया गया.
स्थानीय बाजार समिती के हॉल में लगे मेले में 50 से अधिक लोगों ने विभिन्न जंगली सब्जियों के स्टॉल लगाए थे. सम्मेलन का उद्घाटन पंचायत समिती सभापति शीतल पोटे के हाथों किया गया. जबकि प्रमुख अतिथी के रूप में भाजपा जिला सचिव शंकर लालसरे, मंडल कृषि अधिकारी ए. डी. कनाके मौजूद थे.

  • कृषि अधिकारियों ने किया मार्गदर्शन

मेले का आयोजन तहसील कृषि विभाग द्वारा उप मंडल कृषि अधिकारी जे. आर. राठोड और तहसील कृषि अधिकारी सुनील निकालजे के मार्गदर्शन में किया गया था. इसके लिए तहसील कृषि अधिकारी विभाग ने तकनीकी प्रबंधक पी. आर. पारसकर, प्रवीण कचाटे, ज्ञानेश्वर गाडगे, अक्षय सोनुले, रणजीत सोयाम आदि ने प्रयास किए. इस दौरान उत्कृष्ट जंगली सब्जी स्टाल लगानेवालों को पुरस्कार व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन और परिचयात्मक भाषण हरिदास पवार ने किया. जबकि बी.आर. पारस्कर ने आभार माना.

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