वाहन चालकों की केंद्र सरकार ने नींद उडा दी
न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा
* संघर्ष वाहन- चालक मालक संगठना के संस्थापक प्रशांत देशमुख का कथन
अमरावती/ दि.11- राज्य के सभी वाहन चालक पिछले काफी दिनों से अपनी मांगों को लेकर केंद्र व राज्य शासन के पास ज्ञापन सौंपकर गुहार लगा रहे थे. लेकिन सभी वाहन चालको की मांगे मंजूर करने की बजाय केेंद्र शासन ने ‘हीट एंड रन’ कानून लागू करने का निर्णय ले लिया. यह एक तरह से वाहन चालकों पर अन्याय है. जब तक इस कानून को पूरी तरह रद्द कर शासन वाहन चालकों की मांगों को मंजूर नहीं करती तब तक अब यह लडाई जारी रखने का आवाहन संघर्ष वाहन चालक मालक संगठना के संस्थापक प्रशांत देशमुख (छत्रपति संभाजी नगर) ने किया.
अमरावती वाहन चालक मालक कृति समिति द्बारा पिछले कुछ दिनों से स्थानीय इर्विन चौराहे पर ‘हीट एंड रन’ कानून के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है. मंगलवार 10 जनवरी से सभी चालकों ने स्टयेरिंग छोडो आंदोलन शुरू कर दिया है. इस निमित्त छत्रपति संभाजीनगर के संघर्ष वाहन चालक-मालक संगठना के संस्थापक प्रशांत देशमुख ने आज दोपहर में अमरावती पहुंचकर इर्विन चौराहे पर अन्न त्याग अांदोलन कर रहे अतुल खोंड से मुलाकात की. इस अवसर पर हुई सभा में प्रशांत देशमुख ने कहा कि कोरोना काल में चालक को कोरोना योध्दा के रूप में शासन ने सम्मानित किया था. कोई दुर्घटना होने पर वाहन चालकों को सुरक्षा देने की मांग को लेकर संगठना की लडाई काफी समय से जारी थी. लेकिन शासन ने उनकी आवाज सुनने की बजाय ‘हीट एंड रन’ कानून लागू करने की घोषणा कर सभी वाहन चालकों से अन्याय किया है. दुर्घटना तो दुर्घटना ही होती है. वह कोई घात नहीं रहता. इसलिए उसे दुर्घटना ही कह सकते हैं. ‘हीट एंड रन’ का कानून पूरी तरह रद्द कर वाहन चालकों को कोई दुर्घटना होने पर सुरक्षा देने सहित सभी मांगे मंजूर नहीं की गई तो आगामी दिनों में आंदोलन और तीव्र किया जायेगा, ऐसी चेतावनी भी प्रशांत देशमुख ने दी. इस समय अमरावती शहर समेत जिले की विविध वाहन चालक मालक संगठना के पदाधिकारी व सदस्य बडी संख्या में उपस्थित थे.