अमरावती

आम जनता की तकलीफों से केंद्र सरकार का कोई लेना-देना नहीं

अपनी राजनीति चमकाने समाज में जहर बोकर दूरियां पैदा कर रही केंद्र सरकार

  • राकांपा की संवाद बैठक में शरद पवार का प्रतिपादन

  • जनविरोधी नीतियों के लिए भाजपा सरकार को लिया जमकर आडे हाथ

अमरावती/दि.11 – इस समय देश में महंगाई आसमान छू रही है तथा पेट्रोल व डीजल के दाम रोजाना नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे है. जिससे आम जनता त्रस्त हो चली है, लेकिन इसके बावजूद भी केंद्र सरकार का इससे कोई लेना-देना दिखाई नहीं दे रहा, बल्कि केंद्र की मोदी सरकार इन बातों पर ध्यान देने की बजाय अपनी राजनीति को चमकाने के लिए समाज में जहर बोते हुए नफरत और विद्वेष को फैलाने का काम कर रही है. जिसका सभी समविचारी दलों द्वारा विरोध किया जाना चाहिए और इसके खिलाफ एकजूट होकर आवाज उठाई जानी चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा किया गया.
गत रोज एक दिवसीय दौरे पर अमरावती आये राकांपा सुप्रीमो शरद पवार की प्रमुख उपस्थिति में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अमरावती संभाग से वास्ता रखनेवाले प्रमुख नेताओं व पदाधिकारियों की संवाद बैठक आयोजीत की गई थी. स्थानीय संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में आयोजीत इस संवाद बैठक में उपस्थितों का मार्गदर्शन करते हुए शरद पवार ने उपरोक्त प्रतिपादन किया. साथ ही उन्होंने अमरावती संभाग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लिए काफी अधिक संभावनाएं बताते हुए कहा कि, अमरावती जिले सहित संभाग की जनता ने हमेशा ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को पूरा साथ व सहयोग दिया है. किंतु बावजूद इसके चुनावों में पार्टी यहां पर अपेक्षाकृत सफलता हासिल नहीं कर पाती. जिसका सीधा मतलब है कि, पार्टी की संगठनात्मक मजबूती में थोडी कमी है और हम आम जनता तक अपनी बात पहुंंचाने में कुछ हद तक असफल रहे है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि, सत्ता प्राप्त करने हेतु चुनाव में अपेक्षित सफलता के लिए संभाग के पार्टी पदाधिकारियों को अपने व्यक्तिगत छोटे-छोटे हितों को दरकिनार करते हुए एकजूट होना होगा और आपसी समन्वय के साथ काम करना होगा.
अपने संबोधन के दौरान राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने जहां एक ओर अपनी पार्टी के पदाधिकारियों का उद्बोधन किया, वहीं पूरे भाषण के दौरान अनेकों बार केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर आलोचना करने के साथ ही महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार के कामों व नीतियों की प्रशंसा भी की. उन्होंने कहा कि, वर्ष 2014 तथा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने युवाओं को बडे पैमाने पर रोजगार देने का आश्वासन दिया था. किंतु हकीकत यह है कि, आज देश के लाखों-करोडों पढे-लिखे युवा बेरोजगार घुम रहे है और उनके पास सरकारी नौकरी तो दूर, कोई कामधंधा भी नहीं है. वहीं दूसरी ओर लगातार बढती महंगाई से आम नागरिकों का जीना मुहाल हो गया है, लेकिन केंद्र की सत्ता में रहनेवाले भारतीय जनता पार्टी का इससे मानों कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि मोदी सरकार एवं भाजपा द्वारा देश की समस्याओं की अनदेखी करते हुए वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज के अलग-अलग वर्गों को जाती व धर्म के नाम पर लडाने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में आम नागरिकों मेें इस समय केंद्रीय सत्ता व भाजपा के खिलाफ अच्छा-खासा आक्रोश है और निश्चित रूप से आगामी चुनाव में जनता का गुस्सा फूटेगा. अत: आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए राकांपा के पदाधिकारियों ने अभी से अपने काम पर लग जाना चाहिए.

चुनावी रणनीतियों पर हुआ मंथन

कोविड संक्रमणवाले दौर के बाद राकांपा द्वारा पहली बार अमरावती में अपने प्रमुख नेताओं व पदाधिकारियों के साथ संवाद बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव सहित लोकसभा व विधानसभा के आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी की रणनीतियों पर मंथन किया गया. साथ ही बहुत जल्द अमरावती में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजीत किये जाने का भी निर्णय लिया गया. जिसके संदर्भ में जारी माह के दौरान ही पार्टी द्वारा घोषणा की जा सकती है.

राज्य सरकार को अस्थिर करने का हो रहा बार-बार प्रयास

अपने संबोधन के दौरान राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि, इस समय राज्य की महाविकास आघाडी सरकार बेहतरीन तरीके से काम कर रही है और इस सरकार द्वारा आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये है, लेकिन विरोधी दलों द्वारा अपने फायदे को देखते हुए महाविकास आघाडी की सरकार को लगातार अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके लिए आये दिन नये-नये षडयंत्र रचे जा रहे है. जिसके तहत केंद्रीय सत्ता का फायदा उठाते हुए आघाडी के नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई व आयकर विभाग जैसी एजेंसियां का दुरूपयोग किया जा रहा है. लेकिन महाविकास आघाडी सरकार पूरी तरह से स्थिर है और ऐसे षडयंत्रों का इस सरकार पर कोई भी असर नहीं पडनेवाला.

एसटी कर्मियों की आड लेकर किये जा रहे षडयंत्र

अपने भाषण के दौरान राज्य में एसटी कर्मियों द्वारा की जा रही हडताल और विगत दिनों एसटी कर्मियों द्वारा मुंबई स्थित उनके (पवार के) आवास पर किये गये हमले व हंगामे का जिक्र करते हुए राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि, एसटी कर्मियों का आंदोलन पूरी तरह से गलत हाथों में है और एसटी कर्मियों की आड लेकर विपक्षी दलों द्वारा अपनी राजनीती करने का प्रयास किया जा रहा है. दो दिन पूर्व उनके घर पर किया गया हंगामा और हमला भी इसी राजनीति का हिस्सा था. जिसके लिए एसटी कर्मियों को कतई दोष नहीं दिया जा सकता. अपने इस संबोधन के साथ ही शरद पवार ने इशारों ही इशारों में साफ तौर पर संकेत दिये कि, वे पहले की तरह अब भी एसटी कर्मियों के पक्ष में खडे है और विगत पांच माह से चल रही एसटी कर्मियों की हडताल का समन्वय के साथ समाधान करने के इच्छुक है.

राज्य सहित देश में माहौल बिगाडने का हो रहा प्रयास

राज्य सहित देश की राजनीति में बेहद अनुभवी व कद्दावर नेता माने जाते शरद पवार ने अपने संबोधन में कहा कि, उन्होंने राजनीति में कई संकटों, दिक्कतों और समस्याओं का सामना किया. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री रहते समय उनके सामने किल्लारी के भूकंप तथा मुंबई में हुए जातिय दंगे व बम विस्फोट जैसे चुनौतियां थी, तब उन्होंने खुद प्रभावी क्षेत्रोें का दौरा करते हुए हिंदु-मुस्लिम बस्तियों को भेंट दी थी. उस समय शुक्रवार को मुंबई में बम विस्फोट हुआ था और सोमवार को मुंबई पहले की तरह सामान्य होकर अपने काम पर लग गई थी. किंतु इन दिनों देश में सामान्य रहनेवाले सामाजिक सद्भाव के माहौल को बिगाडने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत हाल ही में एक फिल्म के नाम पर सांप्रदायिक शक्तियों द्वारा हिंदू समाज में अस्वस्थता फैलाने का काम किया गया, ताकि दो अलग-अलग समाजों व धर्मों के बीच नफरत के बीज बोये जा सके.

संजय खोडके रहे आयोजन के ‘हीरो’, सुप्रीमो से मिली जमकर प्रशंसा

इस आयोजन का बडे ही शानदार व सफलतापूर्वक ढंग से नियोजन करनेवाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विभाग समन्वयक संजय खोडके ने खुद को ऐसे भव्य-दिव्य आयोजन के लिए ‘मैनेजमेंट गुरू’ साबित किया. यह संजय खोडके के व्यवस्थापन कौशल्य का ही परिणाम था कि, पूरे आयोजन के दौरान कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई गडबडी या चूक नहीं हुई. साथ ही आयोजन से पहले संजय खोडके द्वारा की गई पूर्व तैयारियों के चलते समूचे संभाग के तमाम बडे नेताओें व पदाधिकारियों ने इस आयोजन में शिरकत की. जिसके लिए राकांपा सुप्रीमो शरद पवार सहित आयोजन में उपस्थित तमाम बडे नेताओं ने संजय खोडके द्वारा किये गये नियोजन की प्रशंसा की. साथ ही साथ जब संवाद बैठक के दौरान संजय खोडके ने पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के समक्ष अमरावती संभाग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजीत करने की मांग रखी, तो पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने अपने संबोधन के दौरान इस मांग को भी स्वीकार किया. साथ ही कहा कि, खोडके के नेतृत्व में पार्टी द्वारा अमरावती जिले सहित समूचे संभाग में अच्छा काम किया जा रहा है और उन्हें पूरा विश्वास है कि, यहां पर खोडके के नेतृत्व में पार्टी आशातीत सफलता भी प्राप्त करेगी.

इन गणमान्यों की रही प्रमुख उपस्थिति

इस संवाद बैठक के दौरान मंच पर राकांपा प्रमुख शरद पवार सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, मंत्री राजेंद्र शिंगणे, पूर्व विपक्ष नेता एकनाथ खडसे, राकांपा के समन्वयक संजय खोडके, रेखाताई खडेकर, पूर्व मंत्री भारत बोंद्रे पूर्व मंत्री गुलाबराव गावंडे, पूर्व विधायक सिरस्कार, पूर्व विधायक हरिदास भदे, ख्वाजा बेग, पूर्व विधायक संदीप बाजोरिया, विधायक एड. किरण सरनाईक, विधायक अमोल मिटकरी, पूर्व मंत्री हर्षवर्धन देशमुख, तुकाराम बिडकर, विधायक इंद्रजीत नाईक, शैलजा मोरे, राजू तोडसाम, सुनील पाटील, दत्ता डहाके, विधायक कुकरे, सुरेखाताई ठाकरे, संगीताताई ठाकरे, शहराध्यक्ष प्रशांत डवरे, पूर्व महापौर किशोर शेलके, पूर्व सभापति अविनाश मार्डीकर, रायुकां शहराध्यक्ष नीलेश शर्मा, राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष वेदप्रकाश आर्य के अलावा पांचों जिलों के निरीक्षक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री, विधायक उपस्थित थे. वहीं इस संवाद बैठक में संभाग के सभी शहराध्यक्षों, जिलाध्यक्षों, तहसील अध्यक्षों व विभिन्न सेल व आघाडियों के अध्यक्षों सहित पार्टी के तमाम प्रमुख पदाधिकारी व कार्यकर्ता बडी संख्या में मौजूद थे.

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