अमरावती

चिखलदरा स्कायवॉक का मामला लटकने हेतु केंद्र सरकार जिम्मेदार

पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का कथन

  • काम को गतिमान करने प्रयास जारी रहने की बात कही

चिखलदरा/दि.28 – चिखलदरा में बनने जा रहे स्कायवॉक का काम पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई तरह की अनुमतियों की जरूरत है. किंतु यह अनुमतियां नहीं मिलने की वजह से इस स्कायवॉक का काम अधर में लटका हुआ है. जिसके लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार है. जबकि राज्य सरकार द्वारा इस स्कायवॉक का काम जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. इस आशय का प्रतिपादन राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर द्वारा किया गया है.
गत रोज अपने चिखलदरा दौरे के तहत पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा यहां पर बनने जा रहे एशिया के तीसरे और देश के पहले स्कायवॉक ग्लास रोप-वे का निरीक्षण किया. इस समय उन्होंने उपरोक्त प्रतिपादन करते हुए कहा कि, स्कायवॉक का काम जल्द से जल्द पूरा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. किंतु केंद्र सरकार द्वारा अब तक कई आवश्यक अनुमतियां प्रदान नहीं की गई है. जिसकी वजह से इस स्कायवॉक का काम बीच में ही लटका हुआ है. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के मुताबिक यह स्कायवॉक चिखलदरा क्षेत्र के पर्यटन विकास में काफी उपयोगी साबित होगा. अत: राज्य सरकार द्वारा इसे काफी गंभीरता से लिया जा रहा है. वहीं कुछ जनप्रतिनिधि इस मामले को लेकर आम जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है. ऐसा कहते हुए जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने अप्रत्यक्ष तौर पर जिले की सांसद नवनीत राणा पर तंज कसा.
बता दें कि, दो दिन पूर्व सांसद नवनीत राणा ने कहा था कि, जिस तरह राज्य की पूर्ववर्ती फडणवीस सरकार द्वारा शुरू किये गये नागपुर-मुंबई समृध्दी महामार्ग व गोरेवाडा राष्ट्रीय उद्यान को मौजूदा सरकार द्वारा शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे का नाम दिया गया है, उसी तरह फडणवीस सरकार द्वारा शुरू किये गये चिखलदरा स्कायवॉक को भी सरकार चाहे तो बालासाहब ठाकरे का नाम दे दे, लेकिन इस प्रकल्प का काम जल्द से जल्द पूरे करे. सांसद नवनीत राणा ने इस काम के अधर में लटके रहने हेतु वन मंत्रालय संभाल रहे राज्य के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे तथा उनके पुत्र व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे को जिम्मेदार बताया था.

Related Articles

Back to top button