एक दिन के नवजात हिरण के बच्चे के चव्हाण परिवार ने बचाए प्राण
वन कर्मचारियों ने चव्हाण परिवार का आभार माना
दर्यापुर/प्रतिनिधि दि.२२– दर्यापुर विधानसभा निर्वाचनक्षेत्र मौजे असदपुर में खेत परिसर में २१ मार्च को गव्हाण रोड से निकट रहनेवाले राजू चव्हाण के खेत सर्वे नं.१५० में एक दिन का नवजात हिरण का बच्चा अस्वस्थ स्थिति में राजू चव्हाण को दिखाई दिया. उस नवजात हिरण के बच्चे को को जन्म देकर उसकी माता हिरण के झुंड के साथ निकल गई. इस नवजात हिरण को कहा ले जाए, क्या करे. यह राजू चव्हाण को समझ में नहीं आ रहा था. उन्होंने उसे जैसे तैसे स्वयं के पास का पानी पिलाकर खेत में ही सुरक्षित जगह रखकर घर आ गए व अपने परिवार के अन्य सदस्यों को लेकर सायंकाल ७ बजे गाय का दूध लेकर वापिस खेत में गये व उस नवजात हिरण के बच्चे को दूध पिलाकर खडा किया. किसी भी प्रकार का शासकीय भय मन में न रखकर उसे अपने घर लेकर आ गये. सुदृढ़ स्थिति में रहनेवाले हिरण के बच्चे की जानकारी मंगेश चव्हाण ने संबंधित वन विभाग के अधिकारी को दी. यह वन विभाग कर्मचारी पथक दूसरे दिन २२ मार्च की सुबह ६ बजे असदपुर पहुंचे. नवजात हिरण के बच्चे का सभी के सामने पंचनामा कर उसे अपने ताबे में लिया. एक ही रात तक आए इस नवजात हिरण के बच्चे पर परिवार के सभी का अतुल्य प्रेम दिखाई दे रहा था. नवजात हिरण के बच्चे को वन कर्मचारियों के स्वाधीन करते समय सभी के चेहरे पर उदासी दिखाई दे रही थी. जैसे कि अपने घर का एक सदस्य अपन से दूर जाते समय पचेहरे पर आभास होता दिखाई देता है. शुभम चव्हाण, हर्षल चव्हण पवन, आदित्य, प्रेम येश, प्रवीण अद्वैत आदि ने नवजात हिरण के बच्चे के प्राण बचाने के लिए जो दौडभाग की है. उस प्राणी के संबंध रहनेवाली मानवता यह अद्वितीय मिसाल ही है. इस समय वन कर्मचारी पुनम चव्हाण, आशीष इंगले व अन्य सहयोगियों ने चव्हाण परिवार का आभार माना.