चांदूर बाजार/दि.20- तहसील में आज दोपहर एक बजे से चांदूरबाजार मे तेज और धुआंधार बारिश ने कहर बरपाया था. बारिश इतनी तेज थी की मिनटों में ही नालिया लबालब भर गई और चहुं ओर रास्तों पर पानी जमा होने लगा. कई मकानों में पानी घुसने से भी नागरिकों को काफी परेशानी हुई. बता दें कि, आज सुबह से ही आसमान में काले बादलों ने बसेरा जमाया हुआ था. दोपहर एक बजे तक दिन रात जैसे लगने लगा और इसी बीच जोरदार बारिश शुरू हो गई. बारिश के चलते, शनि मंदिर परिसर, टीपू सुलतान चौक, रामभट प्लॉट, काजी पूरा जैसे इलाको मे नालिया भर जाने के कारण घरो मे पानी घुसने लगा. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है की काफी लंबे समय से शहर मे राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 353-जे का निर्माण कार्य प्रगति पर है. लेकिन इस कार्य मे हमेशा से ही कार्य को करने वाली इंफ्रा एचजी कंपनी ने अपनी निष्क्रियता दिखाई है. विगत कुछ दिन पहले की महामार्ग के दोनों बाजुओं पर नालिया बनाई गई लेकिन इंफ्रा कंपनी के संबंधित ठेकेदारों ने इसे शहर की नालियों से पैक रखा जिसके कारण शहर का पानी निकलने मे कठिनाई हुई और नागरिकों को समस्या का सामना करना पडा.
* बारिश के बाद तोडी गई महामार्ग की नाली
बारिश खत्म होने के बाद नपा के स्वास्थ कर्मियों ने पानी की निकासी में बाधा बनी राष्ट्रीय महामार्ग की नाली के सीरो को तोडा.
* प्रशासन हो गया था अलर्ट
जलजमाव के चलते जागरूक नागरिकों ने तहसीलदार, थानेदार सहित मुख्याधिकारी को समस्या से अवगत कराया जिसके बाद तुरंत ही तहसील प्रशासन की ओर से पटवारी प्रतीक चव्हाण, भरत पर्वतकर सहित टीम ने शहर का निरक्षण किया साथ ही मुख्याधिकारी सुधाकर पानझडे ने स्वास्थ कर्मियों को तैनात किया.
पुरानी यादें हुई ताजा, धडकने बढी थी
विगत वर्ष 5 जुलाई को इसी तरह तेज बारिश के कारण शहर के समीप नाला टूटने और नाले के निर्माण कार्य के कारण पानी रुकने के चलते सैकडो घरों मे पानी घुस जाने से शहर का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था. प्रशासन और लोगो की सहायता से लोगो को घरों से बाहर निकाला गया था लेकिन भारी आर्थिक नुकसान झेलना पडा था. लोगो को शालाओ मे रोकने की नौबत तक आ गई थी. कई नागरिको के घर पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गए थे. कई जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के आला अफसरों का तांता लगातार बना हुआ था.
* हम नही सुधरेंगे की तर्ज पर इंफ्रा एचजी कंपनी
विगत वर्ष तबाही का मुख्य कारण रहने वाली इंफ्रा एचजी कंपनी इस वर्ष भी हम नही सुधरेंगे की तर्ज पर कायम है. शहर के समीप नाले में अब भी मिट्टी के बडे बडे टीले बने हुए है जो खुद पुल के निर्माण कार्य के दौरान संबंधित ठेकेदारों ने नाले में ही डालने के आदेश दिए थे. आज उसी मिट्टी के कारण बाढ और शहर का पानी शहर मे ही घुस जाता है. बॉक्स
केवल दो घंटे की बारिश और ऐसे हालात?
केवल दो घंटे की बारिश के चलते जहां लोगो ंकी धडकने बढ गई थी तो विगत वर्ष आंखो के सामने दिखाई दे रहा था. अब यहां यह बात चिंताजनक है कि, अगर 2 घंटो किया बारिश में शहर के ऐसे हालात है तोे लगातार और मूसलाधार बारिश से कितनी तबाही शहर वासियों को झेलनी पड़ेगी.