मां-बेटे सहित तीन लोगों की हत्या से थर्राया था शहर
फर्जी तरीके से प्लाट की विक्री का मामला भी आया था सामने
* लूटपाट व मारपीट की घटनाएं भी जमकर हुई
अमरावती/दि.15– अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह दौरान जब पूरा पुलिस प्रशासन चुनावी बंदोबस्त में व्यस्त था, तभी हत्याकांड की तीन घटनाओं से पूरा शहर थर्रा उठा था. हालांकि पुलिस ने तत्काल ही इन घटनाओं में लिप्त रहने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही अप्रैल माह में मृत व्यक्ति के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति को खडा करते हुए प्लॉट की खरीदी-विक्री का व्यवहार करने और मृत व्यक्ति के नाम पर फर्जी आधार कार्ड पेश करने का मामला भी उजागर हुआ था. जिसे लेकर अच्छी खासी सनसनी मची थी. इसके अलावा अप्रैल माह के दौरान मारपीट, लूटपाट व राहजनी के भी कई मामले घटित हुए.
बता दें कि, 29 अप्रैल की दोपहर मंगलधाम सोसायटी के बालाजी नगर में बिल्लस भर जगह को लेकर हुए विवाद के चले एक व्यक्ति ने अपने पडोस में रहने वाले परिवार पर लोहे का सब्बल लेकर धावा बोला था. जिसमें मां-बेटे की मौत हो गई थी. इस घटना की वजह से पूरे शहर में अच्छी खासी सनसनी मची थी. पश्चात पुलिस ने 24 घंटे के भीतर वारदात के बाद फरार रहने वाले आरोपी को ढुंढ निकाला था. इस दौरान पूरा पुलिस महकमा चुनाव संबंधित कामकाज में व्यस्त रहने के चलते चोरों ने भी मौके का जमकर फायदा उठाया. जिसके चलते चोरी व राहजनी के साथ-साथ दुपहिया चोरी का सिलसिला भी जमकर चलता रहा. वहीं मारपीट और आपसी झगडे की भी कई घटनाएं घटित हुई. हालांकि ऐसे अधिकांश मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकडकर हवालात के पीछे डाला.
* अप्रैल में हुए अपराधिक मामले
– 3 हत्या
विगत 29 अप्रैल को बालाजी नगर मेें सूरज देशमुख व कुंदा देशमुख नामक मां-बेटे की उनके ही पडोस में रहने वाले व्यक्ति द्वारा निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई. वहीं इससे तीन दिन पहले 26 अप्रैल की रात एक ऑटो चालक की चाकू घोंपकर हत्या की गई थी.
– चोरी, राहजनी व झपटमारी
18 अप्रैल की रात 4 लोगों के गिरोह ने महज डेढ घंटे के भीतर रास्ते से गुजर रहे 4 लोगों को लूटा. वहीं इससे पहले 17 अप्रैल को एक मां-बेटे को बंधक बनाते हुए 1.29 लाख रुपए के आभूषण लूटे गये थे. इससे भी पहले 6 अप्रैल को साई नगर परिसर में पता पूछने के बहाने से एक कार चालक के गले से सोने की चैन झपट ली गई थी.
– जालसाजी के मामले बढे
मूल संपत्तिधारक के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को खडा करते हुए बनावट आधार कार्ड के जरिए दस्तपंजीयन के 4 मामले विगत अप्रैल माह में उजागर हुए थे. इसके अलावा नौकरी का झांसा देकर एक व्यक्ति के साथ जालसाजी की गई थी. साथ ही आधार नंबर बताते ही एक व्यक्ति के अकाउंट से 1.20 लाख रुपए उडा लिये गये थे.
थानास्तर सहित विभिन्न शाखाओं के अधिकारी व कर्मचारी लोकसभा चुनाव के बंदोबस्त में तैनात थे. साथ ही अब भी कई अधिकारियों व कर्मचारियों की वापसी होना बाकी है. अप्रैल माह में घटित हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस द्वारा तत्काल गिरफ्तार किया गया है. साथ ही किसी फर्जी व्यक्ति को उपस्थित करते हुए दस्तपंजीयन कराने के मामले में भी शामिल आरोपी पकडे गये है.
– नवीनचंद्र रेड्डी,
शहर पुलिस आयुक्त