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शहर की लाइफ-लाइन पिछले 4 दिनों से बंद

शालेय विद्यार्थी सहित आम नागरिक परेशान

* मनमाने तरीके से वसूल रहे ऑटो रिक्शा वाले किराया
* वरिष्ठ नागरिकों सहित मरीज बेहाल
* मनपा व आरटीओ कार्यालय की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते शहरवासी त्रस्त
* सायंसस्कोर के पास हुई दुर्घटना के बाद फिर से सभी सिटी बस की करनी पड रही है आरटीओ में फिटनेस जांच
अमरावती/दि.18 – चार दिन पूर्व सायंस्कोर मैदान के पास सिटी बस के एयर बे्रक फेल होने से 9 वर्षीय मासूम बालक की बस की चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी. इस घटना के बाद नागरिकों ने सिटी बस की भारी तोडफोड कर उसे जलाने का प्रयास किया था. लेकिन पुलिस की सतर्कता से यह अनहोनी टल गई थी. पश्चात पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी के निर्देश पर शहर की लाइफ-लाइन की सभी बसें आरटीओ के जरिए फिर से जांच करवाये बगैर सडकों पर न चलाने के निर्देश मिलने के बाद पिछले चार दिनों से शहर की सिटी बस सेवा बंद है. इस कारण शालेय विद्यार्थियों सहित आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है. सिटी बस बंद रहने के कारण ऑटो रिक्शा वाले मनमाने तरीके से नागरिकों से किराया वसूल कर रहे है. इस कारण विद्यार्थी, आम नागरिकों सहित वरिष्ठ नागरिक व मरीज सिटी बस सेवा के अभाव में त्रस्त हो गये है. नागरिकों की इस परेशानी को देखते हुए भी मनपा प्रशासन की अनदेखी और आरटीओ कार्यालय की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते अब तक शहर की सिटी बस की जांच अधिकारियों द्वारा न किये जाने से शहर की लाइफ-लाइन शुरु नहीं हो पायी है.
गत रविवार 14 जुलाई को सुबह 9.30 बजे के दौरान शिरजगांव कस्बा निवासी प्रीतम गोविंद निर्मले (9) नामक मासूम बालक की सिटी बस की चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी. सायंस्कोर के पास घटित इस भीषण सडक हादसे में प्रीतम की चचेरी बहन वैष्णवी संजय निर्मले और दादी नर्मदा लक्ष्मणराव निर्मले घायल हो गये थे. सिटी बस का एयर ब्रेक फेल हो जाने के कारण चालक की लापरवाही से यह दुर्घटना हुई थी. इस हादसे के बाद घटनास्थल पर मौजूद नागरिकों ने बस की भारी तोडफोड कर उसे जलाने का प्रयास किया था. लेकिन पुलिस पहुंच जाने से यह अनहोनी टल गई थी. इस घटना के बाद सोमवार 15 जुलाई से शहर की सिटी बस सेवा अचानक बंद हो गई. शहर की लाइफ लाइन बंद होने से शालेय विद्यार्थी परेशान हो गये. साथ ही आम नागरिकों को भी परेशानी का सामना करना पडा. चार दिनों से सिटी बस सेवा ठप रहने से ऑटो रिक्शा वालों ने भी मनमाने तरीके से नागरिकों से किराया वसूल करना शुरु किया है. इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है. बाहरगांव से आने वाले नागरिकों से ऑटो रिक्शा वाले मनमाने तरीके से किराया वसूल कर रहे है. वहीं दूसरी तरफ सिटी बस के संचालक महेश साहू से बातचीत करने पर उन्होंने अमरावती मंडल को बताया कि, रविवार को हुए हादसे के बाद कुछ लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने शहर की सडकों पर दौडने वाली सभी सिटी बस का पासिंग, फिटनेस, मेंटनेस सहित कागजपत्रों का वेरिफिकेशन आरटीओ कार्यालय से पूर्ण करवाने तक सिटी बस शहर में न चलाने के निर्देश दिये. मनपा आयुक्त सचिन कलंत्रे द्वारा भी इस बाबत निर्देश दिये जाने के बाद अब इन सभी सिटी बसों की कागजपत्रों के साथ संपूर्ण जांच की जा रही है. लेकिन 4 दिन होने के बावजूद अब तक आरटीओ कार्यालय की तरफ से जांच पूर्ण न किये जाने के कारण सिटी बस सेवा बंद पडी है. इस कारण आम नागरिक परेशान हो गये है. किसी को यदि अस्पताल भी जाना है, तो ऑटो रिक्शा से मनमाना किराया देकर मजबूरन उसे जाना पड रहा है. ऐसे में शालेय विद्यार्थी सबसे ज्यादा परेशान है. अनेक अभिभावकों के पास वाहनों की व्यवस्था न रहने सेउनके पाल्य सिटी बस का सहारा लेते है. विद्यार्थियों ने इसके लिए सिटी बस की पास भी निकाली है. लेकिन चार दिन की शहर की लाइफ लाइन बंद रहने के कारण इन विद्यार्थियों को अभिभावकों द्वारा सारे कामकाज छोडकर या तो शाला छोडना पड रहा है, अथवा ऑटो का किराया देकर शाला भेजना पड रहा है. विद्यार्थी सहित आम नागरिकों की इस गंभीर समस्या की अनदेखी कर आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते अब तक सिटी बस की जांच पूर्ण नहीं हो पायी है. आज चौथे दिन तक 25 सिटी बसों में से केवल 3 बस की पासिंग पूर्ण हुई है. अभी भी इन सभी बसों की जांच करने में और 4 से 5 दिन लगेंगे, ऐसा शहर की लाइफ-लाइन के ठेकेदार महेश साहू ने अमरावती मंडल को बताया.

* 25 में से 18 बसे ही चल रही थी सडकों पर
मनपा क्षेत्र में चलने वाली लाइफ लाइन के ठेकेदार महेश टूर्स एण्ड ट्रैवल्स के संचालक महेश साहू ने बताया कि, 25 बसों में से 18 बसे शहर के विभिन्न इलाकों में चल रही थी. इन 18 बसों में से आज चौथे दिन तक केवल 3 सिटी बस का वैरिफिकेशन आरटीओ कार्यालय की तरफ से पूर्ण हुआ है. अभी भी इस कार्य के लिए 3 से 4 दिन लगेेंगे. इस कारण सिटी बस आगामी सप्ताह से ही शुरु हो पाएगी.

* प्राथमिकता देना जरुरी
शहर की लाइफ लाइन चार दिन से बंद है. ऐसे में विद्यार्थियों सहित सभी नागरिक परेशान हो गये है. इसका लाभ उठाते हुए ऑटो रिक्शा वाले मनमाने तरीके से किराया वसूल कर रहे है. इसके बावजूद आरटीओ और पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जनता की इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों द्वारा इस गंभीर समस्या की तरफ ध्यान देकर सिटी बस तत्काल सडकों पर फिर से उतारने के लिए प्राथमिकता से आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करना जरुरी था. लेकिन फिर भी चार दिन से इस गंभीर मामले पर लापरवाह अधिकारियों के कारण कोई ध्यान नहीं दिया गया है. जिसका खामियाजा सभी लोग भुगत रहे है. इस कारण शहरवासियों में तीव्र असंतोष व्याप्त है.

* बसों की जांच बाबत किया था अल्टीमेटम
गत रविवार को बस के ब्रेक फेल होने से हुई दुर्घटना में एक बालक की जान चली गई. इस दुर्घटना के बाद सभी सिटी बसों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग को लेकर हमने पुलिस आयुक्त और आरटीओ को ज्ञापन सौंपा था. 8 दिन के भीतर कारवाई न होने पर हमने आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. शहर में दौडने वाली बस के मार्ग नंबर के मुताबिक निश्चित किये गए है. लेकिन यह सिटी बस उस रुट के मुताबिक नहीं चलती. सायंस्कोर के पास घटित दुर्घटना में जो सिटी बस थी, वह बडनेरा रेल्वे स्टेशन से विद्यापीठ की थी. वह एसटी डिपो के पास लाई गई. सिटी बस के ठेकेदार रॉयल्टी नहीं भरते, रुट के मुताबिक बस नहीं चलाते. ऐसे में इस तरह के हादसे होते है. इस कारण यह अल्टीमेटम दिया गया था. बस सेवा बंद रहने के बाद यदि ऑटो रिक्शा वाले मानमाने तरीके से यात्रियों से किराया वसूल कर रहे है, तो उन पर कार्रवाई करने का काम पुलिस और आरटीओ का है. उन्होंने निश्चित रुप से यह कार्रवाई करनी चाहिए.
– नितिन मोहोड, अध्यक्ष,
ऑटो यूनियन संगठना, अमरावती.

* हमारी तरफ से सभी नियमों का पालन
अमरावती मनपा क्षेत्र में 18 सिटी बस चलाई जा रही है. इन बसों को नियमों के मुताबिक चलाया जा रहा है. सभी बसों के कागजपत्र अपडेट है. लेकिन फिर से बसों की ट्रैक पर ले जाकर दोबारा जांच करवानी रहने से समय लग रहा है. हर दिन वाहनों की पासिंग व फिटनेस के लिए अनेक वाहन कतार में रहते है. नियमों के अनुसार वाहनों की जांच की जा रही है. इस कारण समय लग रहा है. हमने सिटी बस चलाते समय सभी नियमों का पालन किया है.
– महेश साहू,
संचालक, साहू टूर्स एण्ड ट्रैवल्स

* हमारी तरफ से कोई दिक्कत नहीं
विद्यार्थी और आम नागरिकों की समस्या को देखते हुए 4 दिन से बंद पडी सिटी बस को हमने एक ही दिन में इन कैमरा जांच पूर्ण कर देने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये है. लेकिन कोई भी सिटी बस संबंधित ठेकेदार द्वारा लायी नहीं गई है. 4 दिन बाद आज 3 बस लायी गई थी. उसे हमने पास कर दिया है. बसों के दस्तावेज अपडेट है. हमें केवल ट्रैक पर इन कैमरा फिटनेस की जांच करना है. हो सकता है बसों में कुछ दुरुस्ती का काम होगा. इस कारण संबंधित ठेकेदार द्वारा बस जांच के लिए नहीं लायी गई है. मनपा व पुलिस प्रशासन के निर्देश पर हम यह काम कर रहे है. ऑटो रिक्शा वाले यदि मनमाना किराया वसूल कर रहे है, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.
– प्रशांत देशमुख,
उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी

* यह काम मनपा और आरटीओ का
शहर की कानून व सुव्यवस्था अबाधित रखने का काम हमारा है. लेकिन सिटी बस यदि शहर में नहीं चल पा रही है और आम नागरिकों को इस समस्या से जूजना पड रहा है, तो मनपा व आरटीओ प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेकर प्राथमिकता से इसे निपटाना चाहिए. रविवार की दुर्घटना के बाद शांति सुव्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने अपना काम किया. लेकिन शहर की लाइफ लाइन शुरु करने के लिए मनपा प्रशासन की जिम्मेदारी है कि, वह उचित कदम उठाये, लेकिन सिटी बस सेवा बंद रहते यदि ऑटो रिक्शा वाले मनमाना किराया वसूल कर रहे है, तो उन पर विशेष ध्यान देकर कडी कार्रवाई करने के निर्देश संबंधितों को दिये जाएगे.
– नवीनचंद्र रेड्डी,
सीपी, अमरावती

* हमारे प्रयास जारी
पिछले चार दिनों से सिटी बस सेवा बंद है, लेकिन दोबारा गत रविवार जैसे सडक हादसे न होने के लिए सभी बसों के फिटनेस सहित आवश्यक सभी जांच होना भी जरुरी है. लेकिन 4 दिनों से बस सेवा बंद रहने से शालेय विद्यार्थियों व आम नागरिकों को हो रही परेशानी को देखते हुए पुलिस आयुक्त और आरटीओ से बातचीत कर तत्काल बस सेवा शुरु की जाएगी.
– सचिन कलंत्रे,
आयुक्त मनपा.
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