धामणगांव रेलवे/दि.६ – उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सामुहिक अत्याचार की घटना को लेकर शहर में विभिन्न संगठनाओं ने अपना निषेध जताया. जिसमें सोमवार को दोपहर १२ बजे तक सभी प्रतिष्ठान शत प्रतिशत बंद रहे. शहर की वाल्मिक मेहतर समाज सकल पंच, आंबेडकरवादी अन्याय निवारण समिति, अखिल भारतीय सफाई मजदूर, कांग्रेस संगठना, राष्ट्रीय चर्मकार महासंघ, लहुजी शक्ति संगठना द्वारा निषेध जताकर दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की. इन संगठनाओं द्वारा तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकालकर तहसीलदार को निवेदन दिया गया.
शाम को शास्त्री चौक में मृतक पीडिता मनीषा वाल्मिकी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई. इन संगठनाओं द्वारा मृतका के परिजनों का पुर्नवास करने व उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान किए जाने की भी मांग की. साथ ही देश में दलित समाज पर हो रहे अत्याचार व बलात्कार के मामलों की सुनवाई फास्टट्रेक कोर्ट में किए जाने की मांग भी की गई. तथा महिलाओं और युवतियों को सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की गई. मांगे पूर्ण होने पर आंदोलन की चेतावनी भी संगठनाओं द्वारा दी गई. इस समय दीपक राठी, राजेंद्र बोरकर, आशिष कालबांडे, दीपक रंगारी, सुरेश वानखडे, मुकुंद रंगारी, सत्यनाराण सूर्यवंशी, अशोक मोहोड, संतोष जाटव, रंजीत पोटफोटे, प्रशांत मुन, विनोद तावरे, शीलानंद झामरे, बालु कांबले, सचिन मुन, नंदु भेंडे, अक्षय अर्जुने, सुनील पाटील, अमोल भगत, छोटेलाल, रमेश चावरे, पवन सागर, समरीत चावरे, लक्ष्मी चावरे, सुषमा जावे, रमेश जावे, रेखा येते, ज्योति पाटील, रेखा हटवार आदि सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे.