अमरावती/ दि. 2– छात्रों को शैक्षणिक वर्ष के अंत में रोजगार के साथ जो डिग्री मिलती है वास्तव में कॉलेज के लिए सफलता का एक नया उपाय है. वसुधा देशमुख कृषि महाविद्यालय के मेघावी छात्रों को सम्मानित करने और उन्हें रोजगार प्रदान करने में प्रसन्नता हो रही है. रोजगार प्राप्त प्रतिभाशाली छात्रों का सम्मान सफलता की एक सामूहिक प्रक्रिया है. सफलता की सामूहिक शुरूआत है विद्यार्थियों का सत्कार, ऐसा प्रतिपादन वसुधा देशमुख कृषि महाविद्यालय के प्राचार्य संजय देशमुख ने व्यक्त किया.
श्रम साफल्य फाउंडेशन द्बारा संचालित वसुधा देशमुख कृषि महाविद्यालय बोडणा में अंतिम वर्ष के छात्रों के व मेघावी छात्रों के सम्मान समारोह में वे बतौर अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे. इस समय कृषि विज्ञान केन्द्र घातखेड और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कलस्कर वसुधा देशमुख अन्नतंत्रज्ञान महाविद्यालय पाला की प्राचार्या डॉ. संयोगिता देशमुख, प्रगतिशील किसान रविन्द्र मेटकर, चीकू एग्रीटेक प्रा. लि. के रिजनल एचआर मनोज यादव श्रमश्राफल्य फाउंडेशन के जनसंपर्क अधिकारी अजय दुपारे उपस्थित थे.
कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों के हस्ते दीप प्रज्वलन कर की गई. उसके पश्चात उपस्थित अतिथियों ने अंतिम वर्ष के मेघावी छात्रों एवं रोजगार प्राप्त छात्रों का अभिनंदन कर उन्हें सम्मानित किया. इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कलस्कर ने मार्गदर्शन मेें कहा कि शिक्षा के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में वैज्ञानिक विकास को प्राप्त करने पर जोर दिया जाना चाहिए ताकि कृषि प्रणाली को एक नई दिशा दी जा सके.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्राचार्य संयोगिता देशमुख ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कृषि छात्रों को कृषि क्षेत्र के नवीनतम विकास पर ध्यान देना चाहिए ताकि खाद्य प्रोद्योगिकी प्रक्रिया को एक नई दिशा मिल सके. सत्कारमूर्ति तथा प्रगतिशील किसान रविन्द्र मेटकर ने छात्रों से कहा कि हमें केवल रोजगार पाने की बजाय शिक्षा के माध्यम से कृषि के आधार पर स्वयंरोजगार और रोजगार प्रदान करने पर ध्यान देना चाहिए. कार्यक्रम में प्रास्ताविक डॉ. कविता चोपडे ने रखा तथा संचालन प्रा. सदाशिव कष्टे ने किया व आभार प्रो. उदय देशमुख ने माना. कार्यक्रम की सफलता के लिए रासेयो विभाग प्रमुख प्रो. स्वाति देशमुख, विनय चौधरी ने अथक प्रयास किए.