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फिर्यादी महिला ने पहचान परेड में तलरेजा को पहचाना

राजेश तलरेजा को अभी जमानत नहीं मिली

* नागपुर के जिला मजिस्टे्रट अदालत को सौंपी रिपोर्ट
* नागपुर पुलिस के साथ अब आईवी भी कर रही मामले की जांच
अमरावती/दि.7- नागपुर के सदर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत एक आलिशान होटल के चल रही पार्टी के दौरान 30 वर्षीय विवाहिता पर डोरे डालने के साथ ही उसका होटल से लेकर उसके घर तक पीछा करने और उस विवाहिता की अपार्टमेंट की लॉबी में उससे नजदीकी साधने का प्रयास करने के मामले में नामजद रहने के साथ ही फिलहाल एमसीआर के तहत नागपुर सेंट्रल जेल में रखे गये अमरावती निवासी राजेश तलरेजा व उसके ड्राइवर सूरज कुरडकर को गत रोज शिकायतकर्ता महिला ने जिला मजिस्ट्रेट के मौजूदगी के बीच कराई गई पहचान परेड में पहचान लिया. जिसके बाद जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय की ओर से आज अपनी रिपोर्ट जिला व सत्र न्यायालय की विशेष कोर्ट क्रमांक 6 की न्या. सुल्ताना मैडम के समक्ष पेश कर दी गई. इस पहचान परेड के साथ ही राजेश तलरेजा व उसके ड्राइवर सूरज कुरडकर को फिलहाल एमसीआर के तहत जेल में ही रखा गया है और इन दोनों आरोपियों को अब तक जमानत नहीं दी गई है. इन दोनों आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश सुनाया गया है. जिसके चलते उन्हें 15 मई तक नागपुर की सेंट्रल जेल में ही रखा जाएगा. इस दौरान वे अपने वकील के मार्फत खुद को जमानत मिलने हेतु आवेदन कर सके.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक मामले की जांच कर रही सदर पुलिस की एपीआई विजया म्हैत्रे ने इस मामले में पीडिता सहित घटना के वक्त उसके साथ होटल में मौजूद उसकी सहेलियों के बयान भी दर्ज कर लिये है. साथ ही अब संबंधित होटल मालिक का बयान भी दर्ज किया गया है. इसके अलावा उक्त महिला का होटल से लेकर उसके घर तक पिछा करने के मामले में प्रयुक्त एसयूवी-700 वाहन को भी सदर पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है. वहीं दूसरी ओर अब तक एमसीआर के तहत जेल में रखे गये दोनों आरोपियों का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान होना बाकी है.
इसी बीच यह जानकारी भी सामने आयी है कि, वर्ष 2010 के आसपास पाकिस्तान छोडकर भारत आये और फिर अमरावती आकर बस गये राजेश तलरेजा के पाकिस्तान में रहने वाले संबंधों व रिश्तों को देखते हुए आईवी ने भी इस मामले में अपनी रुची दिखानी शुरु कर दी है. गत रोज ही आईवी के कुछ अधिकारी सदर पुलिस स्टेशन के थानेदार मनीष ठाकरे से मिलकर गये है. जिन्होंने पीआई मनीष ठाकरे से राजेश तलरेजा के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की.

* क्या था पूरा मामला?
बता दें कि, विगत 22 अप्रैल को सदर परिसर के अशोका होटल में डब्ल्यूसीएल यानी वेस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड (वेकोलि) व्दारा एक प्रोफेशनल बैठक कम पार्टी आयोजित थी. इसी समय होटल में चार महिलाओं का एक गु्रप डिनर कर रहा था, जिनमें भारतीय राजस्व सेवा के एक अधिकारी की पत्नी भी शामिल थी. इस पार्टी में अमरावती के राजेश अमरलाल तलरेजा (43, नवजीवन कालोनी) व मनोज जीवतराम छाबडा (54, शंकर नगर) भी शामिल हुए थे. जो इस पार्टी में शामिल होने के लिए अमरावती से अपनी नई-कोरी एसयूवी-700 लेकर नागपुर पहुंचे थे और उनके साथ राजेश तलरेजा का वाहन चालक सूरज नारायण कुरडकर (24, गणपति नगर) भी मौजूद था. पार्टी के दौरान तलरेजा और छाबडा का ध्यान पार्टी में मौजूद एक संभ्रांत परिवार की 30 वर्षीय महिला की ओर गया. जिसके बाद दोनों ने काफी देर तक उस महिला को ताकते रहने के साथ ही उसका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास किया. इस दौरान राजेश तलरेजा और मनोज छाबडा ने उक्त महिला से पहले बातचीत करने और उसका नंबर हासिल करने को लेकर एक-दूसरे के साथ 50 हजार रुपए की शर्त भी लगाई. साथ ही जब वह महिला अपने घर जाने निकली, तो तलरेजा और छाबडा ने होटल की पार्किंग एरिया से ही उसका पीछा शुरू कर दिया. इसके बाद इन दोनों लोगो ने उक्त महिला का करीब 4 किमी तक पीछा किया और उसके पीछे-पीछे अंबाझरी परिसर स्थित उसके फ्लैट के अपार्टमेंट तक जा पहुंचे. साथ ही उसके अपार्टमेंट की लॉबी में भी घुसे. जहां पर इन दोनों ने उक्त महिला के साथ इधर-उधर की बातचीत करते हुए उससे नजदीकी साधने का प्रयास भी किया. इस पूरे मामले से बुरी तरह संतप्त होकर मुलत: नागपुर से वास्ता रखनेवाले और इन दिनो दिल्ली में पदस्थ रहनेवाले भारतीय राजस्व अधिकारी की पत्नी ने तुरंत ही इसकी जानकारी अपने पति को देने के साथ ही इसकी शिकायत नागपुर पुलिस के पास दर्ज कराई. जिसके पश्चात पुलिस ने होटल की पार्किंग एरीया और उक्त महिला के अपार्टमेंट की लॉबी में लगे सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगालने शुरु किए. जिसमें राजेश तलरेजा व मनोज छाबडा के साथ ही उनका एसयूवी वाहन और ड्राईवर भी दिखाई दे रहे थे. लेकिन मुख्य समस्या यह थी कि, वह एसयूवी वाहन दो माह पहले ही खरीदा गया था और उसका पंजीयन नहीं हुआ था. ऐसे में नंबर प्लेट नहीं रहने के चलते नागपुर पुलिस को आरोपियों की खोजबीन के लिए काफी माथापच्ची करनी पडी. परंतु नागपुर के सदर और कोतवाली पुलिस के दल ने करीब 350 से 400 सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगालते हुए तीनों आरोपियों की शिनाख्त कर ली. जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने नागपुर पुलिस का दल अमरावती पहुंचा. नागपुर पुलिस ने अमरावती आकर राजेश तलरेजा नामक व्यापारी एवंम् उसके ड्राईवर सूरज कुरडकर को गिरफ्तार किया था. तथा दोनों को नागपुर पुलिस अपने साथ नागपुर लेकर गई थी. पश्चात इन दोनों को नागपुर ले जाकर बाकायदा गिरफ्तार करते हुए उन्हें 1 मई की दोपहर अदालत के सामने पेश किया गया. जहां से अदालत इन दोनों को एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया. पश्चात अगले दिन इन दोनों को दुबारा अदालत में पेश करने पर अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 के न्यायिक हिरासत में जेल में रखने का निर्णय दिया. जिसके चलते दोनों आरोपियों को नागपुर जेल रवाना कर दिया गया. वहीं दूसरी ओर इस मामले में तीसरे आरोपी रहने वाले और पुलिस के अमरावती आते ही फरार हो जाने वाले मनोज छाबडा ने 1 मई को ही दोपहर साढे तीन बजे के आसपास नागपुर पहुंचकर सदर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. जिसके बाद सदर पुलिस ने मनोज छाबडा को अगले दिन यानि 2 मई को जिला अदालत के समक्ष पेश किया. जहां पर मनोज छाबडा ने पहले ही अपने वकील के जरिए खुद को जमानत मिलने हेतु आवेदन किया था. जिस पर सुनवाई के बाद अदालत ने मनोज छाबडा को जमानत देने मंजूर किया था. वहीं उसके दो साथिदार अब भी जेल में है. जिन्हें पहचान परेड में शिकायतकर्ता महिला ने पहचान भी लिया है. साथ ही जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय से इसकी रिपोर्ट मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत की न्यायाधीश को भी सौंप दी गई है.

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