दस साल से राज्य की 939 एम्बुलेंस का निरंतर सफर जारी
‘डायल 108’ ने एक करोड से अधिक मरीजों को दी सेवा
* ग्रामीण जनता के बन रही जीवनदायिनी
अमरावती/दि.2-राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान व परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में राज्य में नि:शुल्क एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने का महत्वपूर्ण प्रकल्प चलाया जा रहा था. जनवरी 2014 में इस सेवा प्रकल्प का काम पुणे स्थित भारत विकास ग्रुप कंपनी को सौंपा गया. राज्य में कुल 937 एंबुलेंस के माध्यम से सेवा की शुरुआत हुई. इस प्रकल्प केा महाराष्ट्र आपातकालीन वैद्यकिय सेवा यह नाम देकर राज्य में किसी भी स्थान से मोबाइल या लैन्डलाइन फोन पर 108 यह नंबर डायल करते ही वैद्यकिय आपातकालीन स्थिति में मरीजों को मुफ्त तथ्राा समय पर एम्बुलेंस सेवा पिछले दस सालों से निरंतर शुरु है. यह सेवा जनता के लिए जीवनदायिनी बनी है.
कोई व्यक्ति बीमार होगा, या दुर्घटना हुई हो अथवा स्वास्थ्य सेवा की मदद आवश्यक होगी तो 108 नंबर पर कॉल करने पर संबंधित की सेवा में एम्बुलेंस तैयार रहती है. 10 सालों में राज्य की 939 एम्बुलेंस के जरिए 1 करोडसे अधिक मरीजों को सेवा दी गई है. शहरी क्षेत्र में विविध सुविधाएं रहने पर भी राज्य के ग्रामीण क्षेत्र की जनता के लिए यह सेवा जीवनदायिनी बनी है.
* कोरोना काल में निरंतर सेवा
सडक हादसे, ह्दयाघात, गर्भवति माता व अन्य वैद्यकिय कारणों सहि अन्य विविध कुल 1 करोड मरीजों को सेवा देने का कार्य इस प्रकल्प ने किया है. प्रकल्प की एम्बुलेंस पर कार्यरत वैद्यकिय अधिकारी तथा एम्बुलेंस चालकों द्वारा दी जाने वाली इस निरंतर सेवा के लिए उनकी प्रशंसा की जा रही है. वर्ष 2020 में कोरोना काल में डायल 108 एम्बुलेंस सभी के लिए जीवनदायिनी साबित हुई है.
* अग्निशमन, पुलिसव की तरह बेहतर सेवा
जिला प्रशासन अंतर्गत पुलिस दल, अग्निशमन दल, जिला आपदा व्यस्थापन विभाग के साथ सुयोग्य समन्वय रखकर हर आपदा के समय 108 इस एम्बुलेंस ने अपनी सेवा दी है.
राज्य की 108 एम्बुलेंस 2014 से शुरु हुई है. एक करोड से अधिक विविध बीमार, हादसे में घायल मरीजों को सेवा देने का चयन इस महत्वपूर्ण सेवा ने पूरा किया है.
-डॉ.नरेंद्र अब्रुक, 108
मरीज सेवा जिला समन्वयक, अमरावती