अमरावती/प्रतिनिधि दि.७ – मत्स्य विभाग के मोखड तालाब का ठेका दूसरी संस्था को दिया गया है. यह ठेका रद्द कर मच्छीमार सहकारी संस्था को वापस देने की मांग को लेकर आज जयभवानी मच्छीमार सहकारी संस्था की ओर से जिलाधिकारी को निवदेन दिया गया.
निवेदन में बताया गया है कि, मोखड तालाब मच्छीमार सहकारी संस्था और एक व्यापारीक संस्था के कार्यक्षेत्र में आता है. लेकिन सहायक आयुक्त व प्रादेशिक उपायुक्त मत्स्य अधिकारियों ने मच्छीमार संस्था के आवेदन का विचार न करते हुए व्यापारिक संस्था को सामूहिक रुप से तालाब का ठेका दिया. जबकि मच्छीमार सहकारी संस्था में 90 क्रियांशील मछूआरे सभासद है. इन परिवारों की उपजीविका मछलीमारी पर निर्भर है. इसलिए जीआर के तहत क्रियांशील मछूआरों को तालाब का ठेका देना चाहिए. इस बारे में जीआर में भी उल्लेख किया गया है. लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों ने व्यापारी संस्था आसरामाता महिला संस्था जनुना को अर्थिक लेने देन कर दिया है. जिसके चलते जयभवानी मच्छीमार संस्था का रोजगार छिन लिया गया है और उन पर भूकमरी की नौबत आन पडी है. इसलिए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर तालाब का ठेका मच्छीमार सहकारी संस्था को दिया जाए. निवेदन सौंपते समय अंकुश ठाकरे, सागर कुरवाडे, राम केवदे, विठ्ठल केवदे, श्यामराव केवदे, विनोद रातरोडे, विठ्ठल मोरे, संजय सुरकुटो, यशोदा कुरवाडे, ललीता कुरवाडे, यशीती कुरवाडे, साधना कुरवाडे, सोनाबाई कुरवाडे, ईमलाबाई, मधुकर कुरवाडे मौजूद थे.