अमरावती/दि.31- किसी भी परिस्थिति में 26 जनवरी तक राजापेठ स्थित इमारत राज्य उत्पादन शुल्क विभाग को हस्तांतरीत करना रहने से वहां के नूतनीकरण का 3 लाख से अधिक का काम बगैर निविदा के दिया गया. इस काम से अधिकारी परेशानी में आ गए है. 26 मार्च होने के बावजूद यह काम पूर्ण नहीं हुआ है. बढाए गए इस्टिमेट से अधिकारी, अभियंता का टेंशन बढा है. वहीं राज्य उत्पादन शुल्क विभाग व्दारा इमारत कब हस्तांतरीत की जा रही है इस बाबत पूछताछ की जा रही है.
दी गई डेडलाइन से दो माह अधिक होने के बावजूद राजापेठ स्थित पुरानी जैक एण्ड जिल शाला का नूतनीकरण पूर्ण नहीं हुआ है. इस कारण पेचिता स्थिति निर्माण हो गई है. यह काम अटकने से निर्माण विभाग व राजापेठ जोन के अधिकारी एक दूसरे की तरफ उंगली उठा रहे है. वरिष्ठों े दबाव के कारण यह काम उस समय 26 जनवरी की डेडलाइन देकर विशेष ठेकेदार को बिना निविदा के देना नहीं था, ऐसी अधिकारियों में चर्चा शुरु है. 3 लाख से अधिक का काम के लिए ई-निविदा करना अनिवार्य रहते जैक एण्ड जिल शाला के नूतनीकरण के लिए 10 से 11 लाख रुपए खर्च का इस्टिमेट बनाया गया. एक विशेष ठेकेदार को बुलाकर वह काम उसे दिया गया. लेकिन अब उतने पैसोें में इस इमारत का नूतनीकरण संभव न रहने की बात कर काम अधूरा कर ठेकेदार ने उसे बंद कर दिया है. इस कारण अब करना तो क्या करना ऐसा प्रश्न राजापेठ जोन के उपअभियंता समेत सहायक आयुक्त के सामने निर्माण हो गया है. हम ही यह काम बिना निविदा के देने के निर्णय प्रक्रिया में थे इस कारण अब इस्टिमेट बढाने आयुक्त से किस तरह अनुमति ली जाए, ऐसा प्रश्न निर्माण हो गया है.
1 अप्रैल को इमारत हस्तांतरीत की जाएगी
1 अप्रैल को यह इमारत राज्य उत्पादन शुल्क विभाग को हस्तांतरित की जाएगी. अतिरिक्त खर्च हुआ होगा तो इस्टिमेट में शामिल किया जाएगा.
– नंदकिशोर तिखिले,
सहायक आयुक्त राजापेठ जोन