गांवों के सर्वांगिण विकास के लिए विद्यार्थियों का योगदान महत्वपूर्ण
पूर्व जिप सदस्य प्रकाश साबले का प्रतिपादन
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* तक्षशिला महाविद्यालय दारापुर में रासोयो शिविर का उद्घाटन
अमरावती /दि.26– सही मायनों में भारत का दर्शन छोटे-छोटे गांव व खेडों में होता है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी इस बात पर जोर दिया था. गांव और खेडों के सर्वांगिण विकास के लिए विद्यार्थियों का योगदान भी महत्वपूर्ण है, ऐसा प्रतिपादन पूर्व जिप सदस्य प्रकाश साबले ने व्यक्त किया. वे तक्षशिला महाविद्यालय द्वारा आयोजित दत्तक ग्राम डोंगरगांव में राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे. उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता दादासाहब गवई, चेरिटेबल ट्रस्ट सचिव डॉ. कमलाकर पायस ने की तथा उद्घाटन पूर्व जिप सदस्य प्रकाश साबले के हस्ते किया गया.
इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रुप में प्राचार्य डॉ. मल्लू पडवाल, प्रा. सचिन पंडित, एड. सूरज विधले, प्रा. डॉ. यशवंत हरणे, उपस्थित थे. प्रकाश साबले ने आगे कहा कि, शहर में रोजगार का प्रश्न, बढती भीड की वजह से महात्मा गांधी ने गांव की ओर चलो, ऐसा मूल मंत्र दिया था. इस समय अपने अध्यक्षीय भाषण में डॉ. कमलाकर पायस ने कहा कि, राष्ट्रीय सेवा योजना की वजह से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में मदद होती है. वहीं प्रा. सचिन पंडित ने राष्ट्रीय सेवा योजना का महत्व विशद किया. तथा विश्वंभर मार्के ने समाजसेवा की अपनी भूमिका विशद की. कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. यशवंत हरणे ने किया तथा संचालन यश पवार व आभार डॉ. सारिका दांडगे ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने यश पवार, निलाक्षी पवार, गोकुल दहातोंडे, कृष्णा भुसकट ने प्रयास किये.