अमरावती/दि.27– मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने बडनेरा जोन के दो तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के एक ऐसे तीन कनिष्ठ लिपिक को निलंबित किया है. 25 जून को इस बाबत आदेश निकाले है. निलंबित कनिष्ठ लिपिको के नाम गोपाल विनोद यादव और रोहीत राजेश चव्हाण (टैक्स विभाग) तथा स्वास्थ्य विभाग के नितिन श्रावण शेंडे है.
गोपाल यादव और रोहीत चव्हाण यह दोनों कनिष्ठ लिपिक के रुप में जोन क्रमांक 4 बडनेरा में कार्यरत रहते उनकी तरफ डी-2, डी-8 और डी-7 व डी-7 (अ) वॉर्ड के संपत्ति कर वसूली की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इस निमित्त उन्हें स्मार्ट पॉस मशीन का इस्तेमाल कर संपत्ति की प्रत्यक्ष भेंट देकर वसूली किए टैक्स की रिपोर्ट देना था. लेकिन दोनों ने इसमें लापरवाही बरती. इस कारण उन्हें 11 जून को कारण बताओ नोटिस दी गई थी. लेकिन उन्होंने जवाब प्रस्तुत नहीं किया. इस कारण उन पर निलंबन की कार्रवाई की गई. विशेष यानि 25 मई को बकाया संपत्ति कर वसूली बाबत समीक्षा लेते समय आयुक्त ने कुछ कर लिपिको की कार्यप्रणाली पर नजर रखी थी.
* ऐसा दिया था टार्गेट
संपत्ति कर वसूली निमित्त आयुक्त देवीदास पवार ने 25 मई को कर लिपिको की समीक्षा बैठक लेकर उन्हें फटकार लगाई थी. यादव और चव्हाण को उनके अधिन रहे वॉर्डो में कम से कम 100 संपत्ति कर धारको के घर-घर हर दिन जाकर संपत्ति कर की वसूली करने के निर्देश दिए थे. इसके मुताबिक 1 से 6 जून तक इन दोनों के वॉर्डो की समीक्षा ली गई. तब उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी पूर्ण न करने की बात निरीक्षण में सामने आई. उन्होंने वरिष्ठो के आदेश की अवहेलना की रहने की बात स्पष्ट हुई.
* शेंडे को महंगा पडा अनुपस्थित रहना
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक नितिन शेंडे 27 फरवरी से कोई भी पूर्वसूचना अथवा अवकाश का आवेदन न देते हुए कार्यालय में अनुपस्थित है. वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल काले ने उससे इस बाबत जवाब भी मांगा था. लेकिन उसने जवाब प्रस्तुत न करते हुए काम पर कार्यरत होने की जानकारी 8 मई को पत्र के जरिए दी थी. लेकिन वह फिर भी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुआ. इस कारण उसे निलंबित किया गया.
* वरिष्ठो के आदेश की अनदेखी करना गंभीर
वरिष्ठो के आदेश की अवहेलना करना काफी गंभीर बात है. तीनों कर्मचारियों के कृत्य कार्यालयीन अनुशासन के खिलाफ है. इस कारण तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है.
– देवीदास पवार, आयुक्त, मनपा.