मौजूदा दौर में प्रतियोगिता और प्रैक्टिस का सही संयोजन जरूरी
विधायक सुलभा खोडके ने किया मार्गदर्शन
* जिलास्तरीय रोलर स्केटिंग स्पर्धा, 400 खिलाडी सहभागी
अमरावती/ दि.30-मौजूदा दौर में प्रतियोगिता और प्रैक्टिस का सही संयोजन जरूरी है, यह बात विधायक सुलभा खोड़के ने कही. अमरावती रावती जिला रोलर एसोसिएशन द्वारा आयोजित एकदिवसीय जिला स्तरीय रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता के उद्घाटन व समापन अवसर पर वे बोल रही थी. इस प्रतियोगिता में 400 प्रतियोगियों ने भाग लिया.
जिला स्टेडियम, संभागीय खेल परिसर क्षेत्र में खिलाड़ियों को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराकर सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाये. हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं. अमरावती जिला रोलर स्केटिंग संघ की ओर से लगातार सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी तैयार करने के लिए बहुमूल्य कार्य किया जा रहा है. हमारा जोर इस संगठन की समस्याओं को हल करने और उनकी मांगों को पूरा करने पर है. हम इस जिला स्तरीय रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हैं और उन्हें रिकॉर्ड हासिल करने के लिए शुभकामनाएं देते हैं. वर्तमान युग में प्रतियोगिता और अभ्यास का सही संयोजन महत्वपूर्ण है. किसी भी खेल प्रतियोगिता को जीतते समय एथलीट के कुछ छिपे हुए पहलुओं की खोज करने की तस्वीर का अनुभव सभी ने किया है. एथलीटों को धैर्य, फिटनेस, आत्मविश्वास, दृढ़ संकल्प और लगातार अभ्यास के पांच सिद्धांतों को अपनाकर खिताब की ओर बढ़ना चाहिए, ऐसा विधायक खोडके ने कहा.
रविवार 28 मई को अमरावती जिला रोलर स्केटिंग संघ द्वारा जिला स्टेडियम में आयोजित प्रतियोगिता के आयोजन स्थल पर बोल रही थीं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राकांपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, प्रवक्ता, विधानमंडल समन्वयक संजय खोडके उपस्थित थे. प्रतियोगिता के आयोजकों ने विधायक सुलभा खोडके और संजय खोडके का स्वागत किया. एकदिवसीय प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किए गए. इस अवसर पर युवक व क्रीडा उप संचालक युवा एवं खेल विजय संतान, जिला खेल अधिकारी विजय खोकले, अमरावती जिला रोलर स्केटिंग संघ के अध्यक्ष दिलीप खत्री, उपाध्यक्ष रत्नाकर शिरसाठ, सचिव श्याम भोकरे, सहसचिव स्वप्निल भोकरे, कोषाध्यक्ष-प्राचार्य-नीलकंठराव चौधरी, सदस्य भारती हंबर्र्डेे, किशोर बोरकर, प्रसाद जोशी, वृषाली भोकरे, प्रफुल मेहता, हर्षद वरु, कल्पेश गांधी, निखिल पचिगर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे.