पालतु पशुओं के उपचार का खर्च बढा

परतवाडा/ दि. 7– आजकल पशुओं को पालने का क्रेझ बढा है. जिसमें प्राणियों के स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखकर प्राणियों का टीकाकरण, उपचार, विविध जांच और जरूरत पडने पर सर्जरी भी करवानी पडती है. लेकिन बढती महंगाई के चलते प्राणियों के उपचार का खर्च भी बढ गया है.
निजी अस्पतालों में उपचार का खर्च
निजी अस्पतालों में फैमिली प्लॉनिंग ऑपरेशन का 5 से 7 हजार , कैंसर की शल्य क्रिया का खर्च 5 से 10 हजार रूपए, आंतडियों की शल्य क्रिया का खर्च 10 से 15 हजार, सिजेरियन शल्यक्रिया का खर्च 10 हजार रूपए, दुर्घटना के बाद फैक्चर शल्य क्रिया पर 5 से 25 हजार व कान, आंख की शल्यक्रिया पर 10 से 15 हजार रूपए खर्च आता है.
* श्वान व बिल्लियों की शल्यक्रिया भी हुई महंगी
इंसान पर या पशुओं की शल्य क्रिया करने से पहले उन्हें सुन्न करने का इंजेक्शन लगाना पडता है. जिसके लिए दो डॉक्टर, दो हेल्पर की आवश्यकता होती है. प्राणियों की सर्जरी का साहित्य भी हुआ महंगा.
* जांच शुल्क में डबल वृध्दि
सरकारी अस्पतालों में पशुओं की जांच 70 से 100 रूपए में की जाती है. वहीं निजी अस्पतालों में जांच का खर्च 250 से 500 रूपए आता है.
* सभी उपचार हुए महंगे
जनरल जांच 250 से 500 रूपए, रक्तजांच 500 से 3 हजार रूपए, मलमूत्र जांच 200 से 800 रूपए, एक्सरे 500 रूपए, सोनोग्राफी 500 से 700 रूपए, एमआरआय, सिटी स्कैन 500 रूपए , इसीजी 200 रूपए से 500 रूपए, शुगर जांच 200 रूपए,