अमरावती/दि.30- 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है. हमारी सेहत का हमारे चिकित्सक ही ध्यान रखते हैं. हमें उचित सलाह देते हैं. डॉक्टर्स डे अर्थात दूसरे शब्दों में कहे तो दूसरे भगवान हैं. उन्हें धन्यवाद देने का अवसर यह दिन प्रदान करता है. आज की आपाधापी के दौर में डॉक्टर्स की आवश्यकता अधिक महसूस हो रही है. जिसे देखते हुए दिनोंदिन दवाखानों की संख्या बढ रही है. एक से बढकर विशेषज्ञ चिकित्सक बन रहे हैं. जिन्होंने अनेक जिंदगी को न केवल बचाया, बल्कि जीवन की एक नई आशा भी अनेकानेक को दी. 2 साल पहले हमने देखा कि महामारी के भयंकर काल में हमारे इन देवरुपी चिकित्सकों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अनेक जिंदगी बचाई.
* विश्वास बढाने करें प्रयास
डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आइए साथ मिलकर मरीज और डॉक्टर के बीच संबंध और बेहतर बनाने, आपसी विश्वास बढाने के लिए प्रयास करें. इसके लिए व्यवहार में पारदर्शीता बढानी होगी. अनेक बातों पर स्पष्ट रहना होगा. डॉक्टर्स आखिर रुग्ण की पीडा दूर करने का ही प्रयत्न करते हैं.
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* अपनी सेहत पर भी दे ध्यान
सभी डॉक्टर्स को डॉक्टर्स डे की बधाई. अक्सर हम रुग्ण, अस्पताल की जिम्मेदारियों के चलते अपनी खुद की सेहत का ख्याल रखना भूल जाते हैं. आओ इस डॉक्टर्स डे पर यह प्रण ले की हम अपने पेशंट के साथ-साथ अपने सेहत का भी ख्याल रखेंगे. बी हैप्पी एण्ड हेल्दी.
– डॉ. आनंद काकाणी,
न्यूरोसर्जन, रेडिएंट हॉस्पिटल
* 24 घंटे, सातों दिन सेवा
24 घंटे, सातों दिन अपनी सेवा प्रदान करनेवाले डॉक्टर्स के सम्मान में यह दिन मनाया जाता है. कोरोनाकाल में आपने देखा होगा कि, किसी तरह डॉक्टर्स ने भगवान के रुप में लोगों की जान बचाई. सही हेल्थकेयर कामगार और अस्पताल का स्टॉफ का योगदान अतुलनीय रहा. होमियोपैथिक चिकित्सा विज्ञान प्रभावशाली है, यह कोरोना में साबित हुआ.
– डॉ. प्रिया मोहोड,
एमडी होमियोपैथ,
अध्यक्ष लेडी विंग एमएचडीए