राज्य में फरवरी माह से ही बिजली की मांग बढी
कृषि पंप का इस्तेमाल बढा, उमस का भी नतीजा
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अमरावती/दि. 8– राज्य में एकतरफ कृषि पंप का इस्तेमाल बढा है. साथ ही दूसरी तरफ उमस भी बढी है. इस कारण बिजली की मांग बढकर 27 हजार मेगावैट तक पहुंची है. वैसे तो होली के बाद बिजली की मांग बढती है. लेकिन इस वर्ष फरवरी में ही मांग बढी है.
राज्य में 10 से 15 दिन पूर्व तक तापमान कम रहने से बिजली की मांग 25 हजार मेगावैट तक नीचे आ गई थी. लेकिन अब तापमान बढने से विद्युत उपकरण का इस्तेमाल बढा है. इस कारण 7 फरवरी को दोपहर 1.20 बजे बिजली की मांग 27 हजार मेगावैट तक पहुंच गई. राज्य की कुल मांग में मुंबई में 2935 मेगावैट और महावितरण की 22 हजार 711 मेगावैट मांग का समावेश था. राज्य में सर्वाधिक 6152 मेगावैट बिजली निर्मिती महानिर्मिति की तरफ से हुई. इसमें औष्णिक प्रकल्प से 5440 मेगावैट, उरण गैस निर्मिती प्रकल्प से 264 मेगावैट, जलविद्युत प्रकल्प से 394 मेगावैट, सौर उर्जा प्रकल्प से 46 मेगावैट विजली निर्मिती हुई. इस आंकडेवारी की महावितरण और महानिर्मिति के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर पुष्टि की है.